पटना/ नई दिल्ली. बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाये जाने पर नाराज चल रहे राज्यसभा सदस्य अली अनवर अंसारी को जनता दल (यू) संसदीय दल से निलंबित कर दिया गया है. जद(यू) के महासचिव और प्रवक्ता के सी त्यागी ने आज श्री अंसारी के पार्टी संसदीय दल से निलंबित किये जाने की घोषणा की.
इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री और जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितीश कुमार ने अपने पूर्ववर्ती पार्टी अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शरद यादव के बिहार दौरे को लेकर कहा कि शरद यादव कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है.
नितीश कुमार ने कहा कि पार्टी ने सारे निर्णय सर्वसम्मति से लिए हैं, शरद यादव अपना फैसला ले सकते हैं. पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि शरद यादव ने जो रास्ता अख्तियार किया है वह राजद की तरफ जाता है. त्यागी ने कहा है कि विपक्ष की बैठक में जदयू को बुलाकर हमारी पार्टी में फूट डालने की कोशिश की जा रही है.
त्यागी ने बताया कि अली अनवर अंसारी को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गयी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने की वजह से आज रात संसदीय दल से निलंबित कर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग से जदयू द्वारा अपने रिश्ते खत्म करने के बावजूद विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अंसारी को संसदीय दल से निलंबित किया गया है.
मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 16 विपक्षी दलों ने आज यहां एक बैठक की. यह बैठक भाजपा से मुकाबले के लिए ‘वैकल्पिक रणनीति’ बनाने पर विचार करने के लिए हुई थी. केसी त्यागी ने सोनिया पर पार्टी के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप कर ‘अतिक्रमण’ का प्रयास करने का आरोप भी लगाया.
अली अनवर अंसारी ने जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की, बिहार में गठबंधन से अलग हो जाने और भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाने के लिए आलोचना की थी. उधर, निलंबित होने के बाद जदयू नेता अली अनवर ने कहा, जनता उनके साथ है.
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव पर भी गाज गिर सकती है. जदयू की ओर से एक-दो दिनों में उन्हें नोटिस जारी किया जा सकता है.
इन रिपोर्ट्स में आशंका जताई गई है कि पार्टी इस संबंध में शनिवार को बड़ी कार्रवाई कर सकती है. शरद यादव, रमई राम और अर्जुन राय जैसे नेताओं को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा फिर इन नेताओं को पार्टी से निलंबित किया जा सकता है.
इससे पहले पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि शरद यादव फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं. मिल रही जानकारी के मुताबिक जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की भी राज्यसभा के सांसद पद से विदाई हो सकती है.