पटना. बिहार में चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता लालू के साथ महागठबंधन टूटने से नाराज बताए जा रहे जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने स्पष्ट किया है कि वे जदयू में थे और जदयू में ही रहेंगे. उन्होंने कहा, पार्टी के स्थापना काल से ही वे इसके सदस्य हैं, वे इसे कैसे छोड़ सकते हैं.
जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने 8 अगस्त को बिहार दौरे पर आने वाली बात को भी खारिज कर दिया, जिसमें यह कहा जा रहा था कि शरद यादव तेजस्वी की सभाओं में साथ होंगे और पूरे बिहार की यात्रा करेंगे.
दरअसल बीते गुरुवार को लालू ने रांची में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि 9 अगस्त से तेजस्वी रैली करेंगे और बिहार के कोने-कोने में जाकर महागठबंधन के टूटने की सच्चाई बताएंगे.
लालू ने कहा था कि इसमें शरद यादव भी तेजस्वी के साथ होंगे. शरद ने साफ तौर से इससे इन्कार करते हुए कहा है कि लालू की इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. यह महज अफवाह है.
आगामी 19 अगस्त को पटना में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपनी मौजूदगी के बारे में शरद ने कहा कि मुझे अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक बैठक दिल्ली में आयोजित हो रही है. लेकिन, अब पता चला है कि बैठक दिल्ली में नहीं पटना में होगी. अगर मुझे आमंत्रण मिलेगा तो मैं जरूर बैठक में जरूर मौजूद रहूंगा.
इस पर जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में बाढ़ के जैसे हालात हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितीश कुमार राज्य से बाहर नहीं जा सकते. इसलिए दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अब पटना में ही आयोजित की जा रही है.
त्यागी ने साफ़ किया कि पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आने के लिए शरद यादव को आमंत्रण पत्र भेजा जा चुका है. शरद को अपना वरिष्ठ नेता बताते हुए उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जरूर आएंगे.