हमारा देश बरसों से पुरानी परम्पराओं और कलाओं को संजोये रखने पर जोर देता है. क्योंकि हम जानते हैं जो रहस्य पुराने लोगों के पास है, वो हम आज के आधुनिक लोग जीवन भर प्रयास करके भी अपने आप नहीं खोज सकते.
ऐसा ही रहस्य हमारी दादी नानी के हाथ के खाने में होता है जिसे हम जीवन भर याद करते हैं और अफ़सोस मनाते हैं, कि काश उनके हाथ से बने खाने में जो स्वाद था वो हम फिर पा सके. लेकिन वो समय तब तक हाथ से निकल चुका होता है, जब हमारे सीखने का समय था तब हमने उन्हें महत्व नहीं दिया और आज हम उन्हें याद करते हुए अपने खाने में उनके हाथ के जादू को खोजते रह जाते हैं.
लेकिन आन्ध्र प्रदेश के लक्ष्मण को सही समय पर इस बात का अनुभव हुआ कि अपनी दादी के हाथ के तरह तरह के व्यंजनों का जो वो कायल है, उसे दुनिया के सामने लाने और उसे हमेशा के लिए संजोये रखने के लिए कुछ उपाय करना चाहिए. तो
उन्होंने उनका खाना बनाते हुए पहला वीडियो लिया और जैसा कि अक्सर होता है जब कोई काम हम दिल से करते हैं तो उसमें सफलता ज़रूर मिलती है तो उनका पहला ही वीडियो वायरल हो गया.
जी हाँ इनसे मिलिए ये हैं 106 साल मस्तानी दादी जिनका नाम भी है मस्तानम्मा, जैसा नाम है वैसी ही वो हैं और वैसी ही उनकी पाक कला, वैसी ही दिलकश मुस्कान और वैसी ही दिल को जीत लेने वाली उनकी रेसिपी.
अधिकतर वीडियो उनके गाँव में जंगल नुमा किसी जगह पर खुले में बहुत सारे लोगों के लिए बनाए जाने वाले व्यंजनों के हैं. जिससे आपको खाने के साथ पिकनिक मनाने का या जंगल में कैंप फायर का मज़ा देते हैं.
(पुनश्च : मस्तानअम्मा का अब देहांत हो चुका है )