जो बोलता है उससे ये अपेक्षाएं स्वाभाविक है … मोदीजी गौ रक्षकों पर बोले, भक्षकों पर नहीं, हिन्दू मुस्लिम एकता पर बोले, 370 पर क्यों नहीं… फलाने पर बोले ढिमाके पर नहीं… खुशी की बात है, हमें इस बार बोलने वाला प्रधानमंत्री मिला है. तो क्या सिर्फ उनको 24 घंटे सिर्फ बोलने के लिए प्रधानमंत्री चुना है, मन की बात में बोले, हर समारोह के भाषण में बोले, टीवी इंटरव्यू पर बोले, जनता के सवालों के जवाब में बोले…
इतना बोलने के बाद भी आप उनके बोलने के पीछे जो अनकहा रह जाता है उसे कब समझिएगा? मोदीजी जीवन भर बोलते रहेंगे तब भी, ना आपके सवाल ख़त्म होंगे, न उनके जवाब, लेकिन क्या सिर्फ बोलते रहने में ही पूरी ऊर्जा ख़त्म कर देनी है… कुछ कर दिखाने के लिए उनकी ऊंगली तो छोड़ो… उस आदमी पर थोड़ा तो भरोसा करो.
बच्चे पिता से कह रहे हैं हमें तो आज ही iPhone दिलाइये मेरे सारे दोस्तों के पास है… पिता समझा समझा कर थक गए… बच्चे नए घर (हिन्दू राष्ट्र) की नींव डाल दी है, प्रकृति की मार से बचने के लिए छत भरवाना है अगले महीने उसके लिए पैसे बचाकर रखना होंगे… फिर दीवारें भी बनाना है सुरक्षा के लिए, इतना कर लेने दो, पैसे बचेंगे तो फोन भी आ जाएगा..
नहीं मुझे तो आज ही फोन चाहिए… भविष्य की चिंता में आज आप अपने बच्चे को छोटा सा झुनझुना नहीं दिला सकते..
तो भाई लोग कभी गाय को तो कभी आतंकवाद को झुनझुना बनाकर खेलना बंद करो.
चलिए मत कीजिये, लेकिन ये बात तो किसी से छुपी नहीं है कि हिन्दू सेना के झंडाबरदार का मुख्य उद्देश्य क्या है? नहीं समझे… वो है अखण्ड भारत.
अखंड भारत का मतलब केवल टूटे हुए ज़मीन के टुकड़े को जोड़कर हिन्दू राष्ट्र का बोर्ड लगा देना भर नहीं होता मेरे भाई… बाप जब काम करता है तो भविष्य की योजनाओं के आगे उसे वर्तमान के खिलौनों के साथ समझौता करना पड़ता है…
फिर भी चलिए आपके कहने पर मान भी लिया कि “कुछ विशेष समुदाय” की तुष्टिकरण के लिए उन्होंने आपसे वो झुनझुना छीन लिया… अब बताइये अखण्ड भारत में बसे उन गैर हिन्दुओं का क्या करोगे… स्टालिन की तरह गोली मरवाकर नदी में तो नहीं ही फेंक दोगे? क्या करोगे उनका?
चलो मत सोचो उन सबके बारे में … बस इतना बता दो जब अखंड भारत की भूमि पर भगवा झंडा लिए गर्व से हिन्दू सनातन धर्म के अहिंसा परमोधर्म का तुमुलनाद कर रहे होंगे तब रसूलन बी का क्या करोगे, जिनके पति परमवीर अब्दुल हमीद ने 1965 के युद्ध में मात्र अपनी “गन माउन्टेड जीप” से उस समय अजेय समझे जाने वाले पाकिस्तान के “पैटन टैंकों” को नष्ट करने में अपनी जान की कुर्बानी दी थी. क्या उस रसूलन बी को अपने हाथों से गोली से उड़ा सकोगे सिर्फ इसलिए कि वो हिन्दू नहीं?
चलो मान लिया आपके हिसाब से सारे मुस्लिम ISIS के बाय प्रोडक्ट है… सारे ईसाई अमेरिकी खुफिया से हैं, लेकिन कुछ मुट्ठी भर ऐसे भी तो हैं जिनका जन्म हिंदुस्तान की पुण्य भूमि पर हुआ, जिसमें से कोई वैज्ञानिक बना, कोई संत, कोई ना कोई ऐसा भी होगा जो हिन्दू धर्म में आस्था रखना शुरू ही कर रहा हो… और आप उसे कहोगे… चल बे ये हमारा अखण्ड भारत है तुम यहाँ क्या कर रहे हो? कहाँ जाएगा वो? क्या “वामियों”ने आप को भी त्वरित क्रान्ति से, खून खराबे से तख्तापलट में ही भरोसा करना सिखा दिया?
परिवर्तन के दौर से गुजरना किसी प्रसव पीड़ा से कम नहीं होता… हम सभी माँ भारती को उस प्रसव पीड़ा से गुज़रते हुए देख रहे हैं… लेकिन जिस दिन भारत माता की कोख से नया सूर्य उदय होगा तो वो पूरे विश्व में शान्ति और भाईचारे का प्रकाश फैलाएगा…
लेकिन यह नया सूर्य सिर्फ वही देख सकता है जिसने बचपन से लेकर आज तक सिर्फ और सिर्फ अपनी मातृभूमि की सेवा में, उसे अपना अधिकार दिलाने में अपना पूरा जीवन गुज़ार दिया हो…
आपका गुस्सा जायज़ है, आपकी शिकायतें जायज़ है… आप इतना अधिकार जता कर मोदी जी को असभ्य भाषा में कुछ बोल भी देते हैं… लेकिन उस बाप की तटस्थता और योजनाओं के प्रति लगन आपको दिखाई नहीं देती जो कल के अखण्ड भारत के लिए आज आपसे थोड़ा सा धैर्य बनाए रखने को कह रहा है. आपकी इतनी आलोचना सह रहा है.
आपको तो आज ही चाहिए सारे झुनझुने… कभी आरक्षण के नाम पर, कभी गौमाता के नाम पर, कभी टैक्स के नाम पर…
आप भी आपके बच्चों की जायज़ नाजायज़ सारी फरमाइशें पूरी करते आये हैं.. लेकिन किसी एक समय पर भविष्य का सोचकर बच्चों को ना भी कहना पड़ता है… लेकिन इस समय की “ना” भविष्य में “हाँ” में बदल जाए इसी के लिए तो सारा युद्ध है ये…
युद्ध केवल महाभारत का भी याद रखेंगे तो समझ आ जाएगा कि क्यों उसे “महा” भारत नाम दिया गया है. भारत को महा से महानतम बनाने के लिए अभी बहुत सारी कुर्बानियां देनी होगी…
हिम्मत है मोदीजी की तरह अपनी जान हथेली पर लेकर युद्ध भूमि में कूदने की तो ही उन पर ऊंगली उठाइये, वरना चलाते रहिये अपने iPhone और की बोर्ड पर ऊँगलियां.
आपकी ऊँगलियाँ थक जाएँगी मोदीजी के काम न कभी रुके हैं ना रुकेंगे…. क्योंकि स्वयं माँ भारती का आशीर्वाद प्राप्त है उन्हें, और अब भी समझ नहीं आया तो इस फोटो को देखकर समझिये जहाँ मोदी जी की माँ की ऊंगली में मतदाता को लगने वाली स्याही है, तो अंगूठे में उस कुमकुम का लाल रंग भी है जो उन्होंने मोदीजी के माथे पर लगाया है. तो आपके वोट के साथ साथ जो संकल्प और आशीर्वाद का टीका उनके माथे पर लगा है उसका भी पूरा सम्मान करना है उन्हें.
तो याद रहेगा ना “अखण्ड भारत” उद्देश्य है हमारा, केवल सोशल मीडिया पर भगवा झंडे वाली फोटो लगाना नहीं.