जम्मू कश्मीर की समस्या इतनी कॉम्प्लेक्स नहीं है जितना उसे समझाना और समझना कॉम्प्लेक्स हो गया है. इसकी वजह ये है कि जम्मू कश्मीर समस्या के अनेक पक्ष हैं. सरकार तो है ही, पाकिस्तान भी एक पक्ष है, हिन्दू भी है, मुस्लिम भी है, सिख और बौद्ध (लद्दाख) भी हैं. जम्मू का भी पक्ष है तो लद्दाख का भी.
पक्ष पाकिस्तान का कब्जाया कश्मीर भी है. और एक पक्ष वो भी है जिसे हम सभी भुला चुके हैं. गिलगित बाल्टिस्तान, वो इलाका जिसकी वजह से कश्मीर एक समस्या बना. जो कश्मीर समस्या के मूल में है. लेकिन कभी भी चर्चा के केंद्र में नहीं आया. चीन द्वारा कब्जाया अक्साई चीन इलाका जिस पर कभी विचार ही नहीं हुआ.
क्योंकि हम जम्मू कश्मीर को इस्लामिक रेडिकलाइजेशन, धार्मिक और कश्मीरियत की समस्या मानते रहे. इसके जिओ पोलिटिकल पक्ष पर कभी ध्यान ही नहीं गया.
इस अनेकता की वजह से हर पक्ष ने सिर्फ अपनी बात रखी. और तमाम आवाजें धूमिल और क्षीण होती गयी.
अगर आपको रूचि है जम्मू कश्मीर को जानने में, धारा 370 से आगे समझने में, कश्मीर को जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, पाकिस्तान ऑक्युपाइड कश्मीर, पाकिस्तान ऑक्युपाइड गिलगित-बाल्टिस्तान, चीन अधिकृत कश्मीर के रूप में जानने के लिए तो अनुरोध है जम्मू कश्मीर नाओ (Jammu-Kashmir Now) पेज को लाइक कीजिये, उसका प्रसार कीजिये. शेयर कीजिये, पढ़िए.
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