चारा घोटाले में सज़ायाफ़्ता लालू अब नई मुसीबत में, पड़ा सीबीआई का छापा

नई दिल्ली. चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने रेलवे में हुए घोटाले को लेकर केस दर्ज किया है. लालू पर आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रांची और पुरी समेत रेलवे के अन्य होटलों के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कंपनियों को दिया था. लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेज प्रताप के अलावा दो कपंनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है.

लालू के पटना स्थित घर पर सीबीआई के दो दर्जन से ज्यादा अधिकारी मौजूद है और जांच चल रही है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम समेत 12 ठिकानों पर छापेमारी की है.

सीबीआई ने जिन दो कंपनियों पर छापे मारे हैं, इनमें डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, जोकि अब लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड हो गई है और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी हुई है.

राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बतौर रेल मंत्री सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को ठेका दिया था. रांची और पुरी स्थित दो बीएनआर होटलों के रखरखाव, निर्माण और देखभाल का जिम्मा सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था.

लालू और उनके परिजनों के अलावा आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पीके गोयल और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो डायरेक्टरों विनय कोचर और विजय कोचर के साथ सरला गुप्ता के यहां सीबीआई ने छापेमारी की है.

लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रांची और पुरी स्थित रेलवे के हेरिटेज होटलों को अपने करीबियों को लीज पर दे दिया था. ये दोनों होटल अंग्रेजों के जमाने के थे इसीलिए इसका ऐतिहासिक महत्व था पर अब नहीं रहा क्योंकि इन होटल्स को पूरा रेनोवेट कर दिया गया है.

पहले तो लीज की अवधि 30 वर्ष रखी गयी, परन्तु बाद में इसकी अवधि बढ़ाकर साठ साल कर दी गई. आरोप है कि इन दोनों होटलों को लीज पर देने की जितनी कीमत राज्य सरकार को मिलनी चाहिए वह नहीं मिली.

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