प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का लेक्चर सुन के मुझे न जाने क्यों ऐसा लग रहा है कि देश के CAs (चार्टर्ड एकाउंटेंट्स) पर गाज गिरने वाली है…
कल एक फेसबुकिया अर्थशास्त्री जो एक परचून और किराने का खोखा चलाता है, लिख रहा था कि जैसे मोदी की नोटबंदी फेल हो गयी उसी प्रकार हम व्यापारी-व्यवसायी लोग मिल के इस GST को फेल कर देंगे.
नोटबंदी फेल हो गयी, ये सुन के मोदी जी मन ही मन कैसे मुस्कुराते होंगे न?
शीर्ष नौकरशाही और कॉर्पोरेट में ये चर्चा ए आम है कि कैसे सरकार नोटबंदी के दौरान ट्रकों में भर-भर के पुराने नोट ले गयी, 50% पे बदल के…
Ohhhhhh… Come on… अब ये मत कहना कि सरकार ऐसा कैसे कर सकती है?
वो सरकार है… मालिक… वो कुछ भी कर सकती है… कुछ भी… कुछ भी माने कुछ भी…
ज़रूरत पड़ने पे अगर सरकार ट्रक भर नोट Covert Ops. के लिए भेज सकती है तो 100 ट्रक नोट इसी तरह चुपचाप बदल भी सकती है, 50, 40 या 30% पे…
चर्चा तो यहां तक है कि सरकार ने 3 से 5 लाख करोड़ रूपए इसी तरह बदल लिया है नोटबंदी में…
मज़े की बात ये कि इस नोटबंदी के बाद आज सरकार के पास एक-एक नोट का हिसाब है… किसके पास कितने नोट, कहां से आये… मोदी सब जानते हैं.
अगली Surgical Strike के लिए तैयार रहिये… जटिल रोगों में एक से अधिक Surgeries होती हैं. नोटबंदी पहली थी. ऐसी अभी कई और होंगी. GST के बाद अगली Strike बेनामी संपत्ति पे हो सकती है, कभी भी…
नोटबंदी से सरकार को जो data मिला उसकी समीक्षा चल रही है और उसमें अब तक 3 लाख फ़र्ज़ी कंपनियों का पता चला है. ये तो अभी शुरुआत है. काम पूरा होने तक ये संख्या बहुत बड़ी होने जा रही है. इन कंपनियों पे अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है.
कमर कस के बैठिए… पायलट ने सीट बेल्ट बांधने का संकेत ऑन कर दिया है… मौसम खराब है…