अखबार बेचकर परिवार का पेट पालने वाले इस बालक की कहानी सुनकर आप दंग रह जाएंगे. नाम से आप इसे ब्राह्मण कह सकते हैं लेकिन ये बालक गुण से भी ब्राह्मण ही है.
छठी कक्षा में पढ़ते हुए वो आपको चैलेंज करता है कि आप दसवीं कक्षा के किसी भी विषय का कोई भी प्रश्न पूछ लीजिये वो जवाब दे देगा, साथ ही वो स्वीकार करता है कि बस अंग्रेज़ी में थोड़ा कच्चा है.
लेकिन ये उसका कच्चापन नहीं, उस पके संस्कारों की मिसाल है जो उसे अपने गुणों के साथ अवगुणों को स्वीकार करने की वृत्ति देता है. इस बच्चे का बड़प्पन हमें एक छोटी सी मुलाक़ात में सिखा गया कि हम केवल उम्र में ही बड़े हो पाते हैं. पढ़ लिखकर भी ह्रदय इस छोटे से बच्चे जितना बड़ा नहीं हो पाता.
बाल्मिकी कुमार की फेसबुक वाल पर मिले इस वीडियो को अब तक दस हज़ार से ज्यादा लोग साझा कर चुके हैं. आप भी एक बार अवश्य देखिये.