‘चुनाव लड़ना तक जानते नहीं, बने हैं पार्टी में बॉस’, वाघेला के बगावती तेवर

गांधीनगर. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के पूर्व नेता और फिलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार शंकर सिंह वाघेला ने बगावती तेवर दिखाते हुए कहा है कि वे अपने समर्थकों से सलाह लेकर कांग्रेस में रहने को लेकर फैसला करेंगे.

पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए वाघेला ने कहा कि जो चुनाव लड़ना तक नहीं जानते हैं वह पार्टी में बॉस बने बैठे हैं. गांधीनगर में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए वाघेला ने कहा कि वह अपने समर्थकों से सलाह लेकर पार्टी में रहने को लेकर फैसला करेंगे.

वाघेला ने खुलासा किया कि उन्होंने कुछ दिन पहले पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर कर बताया था कि पार्टी के नेता उन्हें बाहर निकालने की कोशिशों में हैं. कांग्रेस छोड़ने के संकेत देते हुए वाघेला ने कहा कि मैं अहमद पटेल और पूर्वी पीएम राव का अहसानमंद हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस के साथ काम करने का मौका दिया.

गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता वाघेला ने कहा, ‘2002 में मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से वादा किया था कि मैं पार्टी के लिए हमेशा वफादार रहूंगा, लेकिन अब वह वादा खत्म हो चुका है. जिसकी जानकारी मैं सोनिया गांधी को कुछ दिन पहले दे चुका हूं.’

उन्होंने कहा कि पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सभी मौजूदा विधायकों को दोबारा उतारने का फैसला, वरिष्ठ लोगों से पूछे बिना कर लिया है. वाघेला ने कहा कि चुनाव आने वाले हैं और अभी भी पार्टी में कई पद खाली पड़े हैं.

1997 में कांग्रेस में शामिल हुए वाघेला ने आगामी विधानसभा चुनावों को कांग्रेस के लिए अच्छा मौका बताते हुए कहा, ‘इस बार पाटीदार आंदोलन और अन्य कारणों से कांग्रेस के लिए अच्छा मौका है.’

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