यह लोकतंत्र में विपक्ष की हत्या नहीं, आत्महत्या है!

क्या… कांग्रेस, शेष विपक्ष, वैचारिक-दार्शनिक गिरोह और नोएडा सेक्टर 18 की खबरमडियां : आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी को विपक्ष का राजनैतिक सर्वमान्य नेता बनाएंगी? Are you ready guys?

हम बेहद खुश होंगे यदि ऐसा हो! राष्ट्रवाद का एक वरिष्ठतम राजनैतिक पुरुष सत्ता और विपक्ष दोनों के शीर्ष पर होगा. आडवाणी जी भाजपा के मार्गदर्शक : विपक्ष के सर्वमान्य नेता.

हम और भी प्रसन्न होंगे यदि कांग्रेस विपक्ष की तरफ से आडवाणी जी का नाम औपचारिक तौर पर घोषित करे : हम कामना करेंगे कि एनडीए अपना प्रत्याशी वापस ले ले. कोविंद जी उप-राष्ट्रपति हो जाएं.

बात थोड़ी अजीब लगेगी भारतीय लोकतंत्र के इतिहास के संदर्भ में, लेकिन गिरोहों का श्रद्धेय आडवाणी जी के प्रति प्रेम देख कर यह भरोसा हो गया है कि समकालीन भारतीय राजनैतिक विपक्ष आज सिर्फ मुद्दाविहीन ही नहीं, बल्कि नेताविहीन भी हो चुका है.

कुंदनवा कहिता है : बे बबवा ! परधान जी ने नारा दिया रहा कांग्रेस मुक्त भारत. वो तो कांग्रेस खुद कर रही है आत्महत्या की तर्ज़ पे.

मजेदार ये देखिए कि : शेष विपक्ष, लाल अस्सलामी गिरोह और खबरों के ठेले-खोमचे… परधान का नारा और आगे बढ़ा के उसे : विपक्ष मुक्त भारत बनाने में लगे हैं.

आभार आदरणीय आडवाणी जी : आप भाजपा को दो सीट से शतक सीट तक लाये… जिस जमीन पर श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने 325 की इमारत खड़ी की.

आप तब भी साथ-साथ : आप आज भी करीब हैं.

आज सत्ता ही नहीं, भारतीय लोकतंत्र की दुर्लभ मौजूदा स्थिति में… भारतीय विपक्ष को भी आज आपकी जरूरत है.

साहबों! यह लोकतंत्र में विपक्ष की हत्या नहीं, जमीन से हार चुके विपक्ष की आत्महत्या है.

भाजपा के मार्गदर्शक आडवाणी जी का क्या! वह तो आज हर जगह हैं.

तुम ही तुम हो, तुम ही तुम हो : दूसरा कोई नहीं : नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे.

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