जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के मुख्यालय में कल जो कुछ हुआ वो बहुत ही शुभ और मज़ेदार हुआ.
पहला
बलोचिस्तान की आज़ादी और पाकिस्तान के द्वारा किये जा रहे नरसंहार का मामला बलोचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता वज़ा हकीम वडेला और मेहरान बलोच मर्री ने रखा पूरे सबूत के साथ.
दूसरा
मेहरान मर्री ने जब पूरे बलोचिस्तान, खैबर-पख्तूनख्वा को पाकिस्तान से आज़ाद करने की मांग की और POK को भारत की प्रॉपर्टी बताया तो पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने इसका विरोध किया.
उन्होंने कहा कि पहली बात कि ये लोग किस हैसियत से बोल रहे हैं, जबकि ये पाकिस्तान के प्रतिनिधि हैं. दूसरे, बलोचिस्तान क्योंकि पाकिस्तान का हिस्सा है तो इस पर इनके बोलने का कोई हक़ नहीं है.
भारत के प्रतिनिधि ने भी बलोच नेताओं का समर्थन किया… भारत के प्रतिनिधि ने जम के पाकिस्तान के प्रतिनिधि को लताड़ लगाईं.
तीसरा
जब पाकिस्तान ने अपना विरोध जताया तो UN में मौजूद यूरोपियन युनियन, Swiss और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान के प्रतिनिधि को झाड़ लगाईं और कहा कि UN में कौन बोलेगा इस पर पाकिस्तान को आपत्ति करने का हक़ नहीं है…
इसके बाद एक ने यहाँ तक कह दिया… If you have some self respect then keep quite or you want to go out…, फिर पाकिस्तानी प्रतिनिधि चुप हो गया.
चौथा
बलोच वक्ताओं ने अपने नेता ब्रम्हदाग़ बुग्ती का सम्बोधन भी UN में वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कराने को कहा जिसको पाकिस्तान के फिर से विरोध करने के बाद भी मान लिया गया.
ब्रहमदाग बुग्ती ने फिर UN को सम्बोधित किया पाकिस्तान से अलग बलोचिस्तान रिपब्लिकन पार्टी (BRP) के बैनर के तहत. ब्रम्हदाग बुग्ती ने पाकिस्तान को नंगा करके सोटे मारे…
ऊपर दिए गए चारों वक्तव्यों का सबूत वीडियो के तौर पर मेरे पास है… UN के इस सम्मलेन में ख़ास बात ये रही कि इस बार BRP का झण्डा भी अन्य देशों के साथ लगा था…