पूरे देश के खास तौर पर बीजेपी शासित राज्यों के कॉलेज छात्रों को भड़काना कि अब उनको नौकरी तब ही मिलेगी जब वो सड़कों पर निकलेंगे और आंदोलन करेंगे….. ये एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जो सैनिक आंदोलन, दलित आंदोलन, किसान आंदोलन और अलग अलग राज्यों में छिड़े आरक्षण आंदोलन से भी ज्यादा खतरनाक साजिश का एक हिस्सा है…..!
हरियाणा में छोटी छोटी बच्चियों से झूठ कहलवा के, अनशन करवा के आप ने 3 स्कूलों को 10वीं से 12वीं तक करवा दिया, अब पूरे प्रदेश में कम से कम 10 गांवों में बच्चियां धरना अनशन पर बैठ कर दबाव बना रही है राज्य सरकार पर कि उनके स्कूल को अपग्रेड किया जाये…. हालाँकि उनकी मांग गलत भी नहीं है…!!
और अब, निशाने पर है, कॉलेज के पास आउट स्नातक छात्र…. जिनको आप अनशन आंदोलन के लिए सड़क पर आने को प्रेरित कर रहे हो……!!
OROP का बोझ सह गया मध्यम वर्ग,… किसान कर्ज़ माफ़ी भी सह जायेगा मध्यम वर्ग….. नोटबंदी, जीएसटी से आई मंदी भी सह जायेगा….. कश्मीरियों को दिया जा रहा बड़ा पैकेज और रक्षा क्षेत्र में किये जा रहे हद से ज्यादा जायज़ ख़र्चे भी सह जायेगा…..
लेकिन एक दिशाहीन छात्र आंदोलन जो जरूर हिंसक होगा और जिसकी आड़ में देश इस्लामिक जिहाद और गृह युद्ध की ओर बढ़ेगा, शायद ये बर्दाश्त न कर पायेगा, भारतीय मध्यम वर्ग…..!!
आने वाला समय, प्रधानमोदी नरेंद्र मोदी की कड़ी परीक्षा लेने जा रहा है… और देश का हिन्दू मध्यमवर्ग इस चक्की में बहुत महीन पिसेगा…. और भगवान न करे जिस दिन भारत का हिन्दू मध्यमवर्ग का हौसला चूक गया और वो सड़कों पर निकल आया उस दिन शायद प्रलय ही न आ जाये…..!!
देश पर बोझ बनी शांतिदूत कौम का किसानों के अराजक आंदोलन के प्रति झूठी सोच और झूठा समर्थन एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है… वैसे भी आज तक कौन सा आंदोलन हुआ जिसमें कौम ने सक्रिय भागीदारी की हो लेकिन ये शातिर कौम जानती है कि किसानों को भड़का कर ही हिन्दुओं को विभाजित किया जा सकता है और नरेंद्र मोदी के अश्वमेध यज्ञ को खंडित किया जा सकता है….!!
अब, मोदी जी, अमित शाह और तमाम मुख्यमंत्रियों को सामने से आ रहे खतरों का एक स्थायी हल निकालना होगा… सबसे बात करनी होगी….. हो सकता है उनकी कुछ मांगे नाजायज़ भी हो….. लेकिन जब गद्दार कश्मीरियों को 70 सालों से पाला जा सकता है तो अपने देशभक्त किसानों से क्या बैर…. !!