नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने पर उसकी निंदा से भरी 16 पेज की पुस्तिका जारी करने वाली कांग्रेस को अब माफ़ी माँगा पड़ रही है.
इस पुस्तिका में देश के ऐसे नक़्शे को प्रकाशित किया गया है जिसमें जम्मू कश्मीर को भारत अधिकृत कश्मीर के तौर पर दिखाया गया है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने लखनऊ में मोदी सरकार की तीन साल की विफलताओं को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी.
इस कांफ्रेंस में कांग्रेस के ग़ुलाम ने एक बुकलेट जारी की. बुकलेट की खास बात यह रही कि इसमें जिस नक्शे को छापा गया उसमें जम्मू कश्मीर को भारत अधिकृत कश्मीर के तौर पर दिखाया गया है. सत्ताधारी भाजपा ने इसकी कड़ी आलोचना की है.
कांग्रेस ने इसे बड़ी गलती मानते हुए माफी मांगी और स्वीकार किया कि यह सुनिश्चित करना उसकी जिम्मेदारी थी कि ऐसा नक्शा जारी नहीं हो.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘यह न केवल खेदजनक है बल्कि हैरान करने वाला है कि आजाद जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कश्मीर का एक ऐसा नक्शा रख कर रहे हैं जिसमें उसे भारत अधिकृत कश्मीर बताया गया है’.
प्रसाद ने कहा, ‘संसद का प्रस्ताव कहता है कि यहां तक कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत का हिस्सा है’.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘कश्मीर को भारत अधिकृत कश्मीर के तौर पर दिखाकर कांग्रेस पार्टी ने न केवल अलगाववादियों को खुश किया है, बल्कि सीमा पार उनके संरक्षक भी खुश हो गए होंगे. यह निंदनीय है’.
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि ऐसा नक्शा जारी करना ‘देशद्रोह’ के बराबर है और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तो ‘देशद्रोहियों’ से सहानुभूति दिखाने के लिए जेएनयू गए थे और पार्टी ने नियंत्रण रेखा पार किये गए लक्षित हमले की प्रामाणिकता पर सवाल उठाये थे.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि यह मुद्रण की गलती है लेकिन यह भी स्वीकार किया कि यह उनकी पार्टी की जिम्मेदारी थी कि यह सुनिश्चित करे कि ऐसी गलती नहीं हो.
अजय माकन ने कहा, ‘हम इसके लिए माफी मांगते हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी गलती दोबारा नहीं हो.’