नई दिल्ली. विदेशी विचारधारा को लेकर बनी वामपंथी पार्टियां देश की रक्षा में जुटी भारतीय सेना के बारे में कितने कुत्सित विचार रखती हैं, इसकी मिसाल पेश की केरल में सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के नेता ने.
केरल सीपीएम के सचिव कोडियारी बालकृष्णन ने कहा है कि सेना को अगर पूरी ताकत दे दी जाती है, तो वे कुछ भी कर सकते हैं. सेना किसी महिला का अपहरण और रेप कर सकती है, किसी को गोली मार सकती है, लेकिन किसी को उनसे सवाल करने का हक नहीं.
बालकृष्णन के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के प्रवक्ता जेआर पद्मकुमार मांग की है कि पुलिस सीपीएम नेता के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज करे.
कन्नूर में बालकृष्णन ने एक सेमिनार में कहा, ‘वे (सेना) किसी के साथ कुछ भी कर सकते हैं. चार से ज्यादा लोगों को साथ देखने पर उन्हें गोली मार सकती है… वह किसी भी महिला को उठा कर दुष्कर्म कर सकती है, किसी को उनसे सवाल करने का अधिकार नहीं, जिस भी राज्य में सेना है, वहां ऐसी ही स्थिति है.’
सीपीएम नेता ने कहा, आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए आफ्सपा (सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम) जम्मू-कश्मीर, नगालैंड में लागू किया गया. इन राज्यों में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर सेना ने ज्यादती की.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल केरल में एलडीएफ सरकार के सत्ता में आने के बाद से कन्नूर में माकपा, आरएसएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा और राजनीतिक हत्याओं की कई घटनाएं सामने आई है.
कन्नूर में इस महीने की शुरुआत में सत्तारूढ़ सीपीएम के कथित कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी. इसके बाद राज्य में होने वाली राजनीतिक हत्यों पर ध्यान दिलाते हुए केरल भाजपा के अध्यक्ष कुम्मनन राजशेखरण ने कन्नूर में अफ्सपा लगाने की मांग की थी, जिसके विरोध में बालकृष्णन ने यह बयान दिया.
कोडियारी बालकृष्णन ने कहा, अगर यह अधिनियम कन्नूर में लागू कर दिया गया तो यही होगा, जैसा कि बीजेपी और आरएसएस मांग कर रहे हैं. इसलिए इसे यहां लागू करने की मांग का विरोध करने के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए.
सीपीएम सचिव के इस विवादित बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जेआर पद्मकुमार ने कहा कि बालकृष्णन का बयान लोगों और देश का गौरव कहलाने वाली सेना को महिलाओं के अपहरणकर्ता और हमलावर के रूप में चित्रित करता है जो देशद्रोह है.