डॉ अयूब : पार्टनर… तुम असम में और रुक क्यों नहीं जाते?
मैं : सर… कंपनी ने मुझे प्रोजेक्ट के लिए भेजा था. टारगेट से 4 महीने पहले ट्रायल प्रोडक्शन दे दिया… अब मेरी वापसी होनी चाहिए.
डॉ अयूब : सही कहते हो पार्टनर, आदमी या तो शादी न करे, अगर करे तो अपनी बीबी से दूर न रहे. वापस आ रहे हो तुम अगले महीने, बोर्ड मीटिंग तक वेट कर लो.
यह थी साल 2002-03 में मेरी और तस्वीर में दिख रहे… संत कबीर नगर के भूतपूर्व विधायक और पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, सर्जन, मेडिकल डिस्पोज़ेबल प्रोडक्ट्स में देश की सेकेंड मार्केट लीडर कंपनी के सीएमडी… डॉ मुहम्मद अयूब की फोन पर बातचीत. मेरी शादी 2001 में हुई.
डॉ अयूब कल रात एक लड़की के यौन शोषण, बलात्कार और हत्या की साज़िश में गिरफ्तार किए गए.
आपकी गिरफ्तारी से मुझे कोई खुशी नहीं हुई. हां… आप तब भी मुझे समझाने वाली… शादी और दूरी की बात पर महज उपदेशी भाषण दे रहे थे… जबकि आपके “चौर्य कर्म” इसके ठीक उलट थे. और आधे दशक बाद भी “इन कर्मों” में कोई बदलाव नहीं हुआ : इसका दुख हो रहा है इस तस्वीर को देख.
भरोसा करना तनिक कठिन है मेरे लिए, कि जिस आदमी का भोर के 3 बजे तक पेशेवर कामकाज निपटाते हुए अक्सर कहना रहा हो : पार्टनर, क्या 24 घण्टे के दिन को 26 घण्टे का नहीं किया जा सकता! काम के दो घण्टे बढ़ जाते… वो बदलते वक्त के साथ अपने में बदलाव न कर सका.
मेरी संवेदनाएं आज आपकी धर्मपत्नी शैमिमुल फ़ातिमा के साथ है. बहुत कुछ याद आने के बीच… बीबी से दूर न रहे वाली बात आज आपके लिए दिख रही है.
अपराध हुआ है, तो फिर सज़ा का हकदार है आरोपी.