सब जानते हैं कि उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री मनोज सिन्हा को बनाया जाना तय था. आखिरी दिन न जाने क्या हुआ, कि बाजी पलट गई.
किसी अदृश्य दबाव में मनोज सिन्हा का नाम काट के योगी आदित्य नाथ को मुख्यमंत्री बना दिया गया. वो अदृश्य दबाव किसका था ये आज तक किसी को पता नही.
बहरहाल आज योगी जी UP के CM हैं.
उत्तरप्रदेश में भाजपा की हाहाकारी प्रचंड सफलता का श्रेय मोदी मैजिक, मोदी लहर को दिया गया. अमित शाह की सांगठनिक योग्यता, उनकी योजना, रणनीति को दिया गया.
अमित शाह के सिपहसालार भाजपा के महासचिव सुनील बंसल हैं जिन्होंने इस महाभारत सरीखे धर्मयुद्ध की पूरी योजना को कार्यरूप दिया.
आज उत्तरप्रदेश विजय का सेहरा अमित शाह और उनकी टीम जिसके मुख्य सेनापति सुनील बंसल हैं, उनके सिर बांधा जा रहा है.
अमित शाह और उनकी टीम ने यूपी जीत तो लिया पर सीएम अपनी पसंद का नहीं बनवा पाए. उनकी पसंद शायद मनोज सिन्हा थे पर अंततः ताज मिला योगी जी को…
अब समाचार ये है कि योगी जी के सिर पे रखा ताज, कांटों का ताज बन गया है. योगी जी के हाथ-पांव बांध दिए गए हैं. उनको न अपनी पसंद की टीम बनाने दी जा रही है, न वो अपनी मर्जी से कोई निर्णय ही ले पा रहे हैं.
सारी नौकरशाही की नियुक्तियां सुनील बंसल कर रहे हैं और चुन-चुन के भ्रष्ट लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया जा रहा है.
योगी जी लाचार, बेचारे बने टहल रहे हैं. योगी जी ने गतिशीलता का जो शुरुआती वातावरण बनाया था वो अब रुकता प्रतीत होता है. नौकरशाही बेलगाम है, योगी के नियंत्रण से बाहर है.
योगी जी के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि उनके पीछे जीत कर आये विधायकों का समर्थन नही है. जैसे मध्यप्रदेश और राजस्थान में सीएम के साथ उनके पीछे विधायक खड़े हैं, वैसा समर्थन योगी जी के पास नही है.
पर जनता योगी के साथ है.
मैं हमेशा कहता लिखता आया हूँ कि योगी जी loose canon हैं… ऐसे व्यक्ति हैं जिस पर काबू पाना बेहद मुश्किल है, जो बेलौस और बेलाग हैं… योगी जी…. please… बन जाइये loose canon…
और सबसे पहले तो सुनील बंसल को नागपुर नहीं तो जयपुर की गाड़ी में बैठाइए, और कह दीजिये कि आज के बाद उत्तरप्रदेश में न दिखें.
योगी जी, उत्तरप्रदेश की जनता आपके साथ है, मोदी जी आपके साथ हैं. बेहिचक, बेधड़क अपनी टीम बनाइये और पूरी निर्ममता से, दृढ़ता से प्रदेश चलाइए.