ईवीएम हैकिंग : चुनाव आयोग की चुनौती और केजरी पार्टी का ड्रामा

चुनाव आयोग का ये कहना कि EVM हैक नहीं हो सकती ऐसा ही है जैसे मैं कहूँ कि मेरा कंप्यूटर हैक नहीं हो सकता. हैक तो पेंटागन हो जाता है. FBI की वेबसाइट होती है. जूलियन असांजे ने विकीलीक्स इसी से बना ली.

किसी को भी मेरा कंप्यूटर हैक करना हो तो उसे मात्र मेरे कंप्यूटर तक ऑनलाइन पहुंचना होगा, अगर मेरा कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़ा है, फिर भले कितनी फायरवाल हों, सेफ्टी प्रीकॉशन हों, वो हैक हो जायेगा. उसमें रखा डाटा चुराया, बदला जा सकता है.

वायरस इंटरनेट से ही तो आते हैं. लेकिन वायरस पेन ड्राइव, फ्लॉपी ड्राइव और CD से भी आ सकते हैं. अगर मेरे कंप्यूटर में कोई भी रास्ता बचा है जिससे हैकिंग की जा सके तो वो सेफ नहीं है. USB से, CD ड्राइव फ्लॉपी, ब्लू टूथ, कोई भी हो, हैक हो जायेगा.

अगर कोई अपना हैकिंग का प्रोग्राम इंटरनेट से, पेन ड्राइव, CD ड्राइव से नहीं डाल पा रहा है तो वो की बोर्ड से लिख सकता है. आखिर प्रोग्रामिंग ही तो लिखनी है. हो जायेगा.

क्या हो अगर मेरे कंप्यूटर में कोई इंटरनेट कनेक्शन न हो, USB, पेन ड्राइव, CD फ्लॉपी ड्राइव न हो, ब्लू टूथ न हो, इंफ़्रा रेड न हो, की बोर्ड न हो. सिर्फ और सिर्फ न्यूमेरिक की-बोर्ड हो. क्या कोई मेरा कंप्यूटर हैक कर सकता है? क्या कोई प्रोग्रामर ऐसा है जो महज न्यूमेरिक की-बोर्ड से प्रोग्रामिंग कर सके?

और EVM में न्यूमेरिक की-बोर्ड नहीं, महज कुछ बटन हैं. जिनसे सिग्नल जाते हैं, और काउंटिंग होती है. क्या इससे कोई प्रोग्राम या सीक्रेट कोडिंग लिख लेगा?

EVM तभी हैक हो सकता है जब मैंने कोई प्रोविजन, कोई लूप होल छोड़ा हो.

भारत के चुनाव आयोग का यही कहना है, हमने अपने EVM में कोई ऐसा रास्ता नहीं दिया है जिससे सेंध लग सके.

केजरीवाल पार्टी ने विधानसभा में जो ड्रामा किया उसमें उन्होंने EVM का मदर बोर्ड ही बदल दिया था. जबकि चुनाव आयोग कहता है हमारी EVM टेम्पर प्रूफ है, प्रॉपर्ली सील्ड होती है. उसका मदर बोर्ड नहीं बदला जा सकता, बदला जायेगा तो हमें पता चल जायेगा.

EVM तभी तक सुरक्षित है जबतक उसमे अंदर जाने का कोई रास्ता न हो. अगर कोई वैज्ञानिक, रिसर्चर या राजनैतिक पार्टी साबित कर दे कि भारतीय EVM में ऐसा कोई भी लूपहोल छोड़ दिया गया है तो मैं मान लूँगा कि EVM हैक हो जाएगी, आराम से हो जाएगी.

इलेक्शन कमीशन ने सभी पक्षों को आमंत्रित किया है कि EVM हैक करके दिखाओ, मेरा कहना है मात्र ये दिखा दो कि EVM में प्रोग्रामिंग का कोई रास्ता है.

है कोई लूपहोल जो चुनाव आयोग ने छोड़ा है? भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड जो EVM की इनोवेटर है, मैन्युफैक्चरर है, उसने कोई रास्ता छोड़ा हो?

करो साबित!

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