गर्मियों का मौसम खुद को चुस्त दुरुस्त रखने का बेहतरीन मौका होता है. बहुत लोग अपने बढ़ते वजन को लेकर दुःखी रहते हैं, पेट और कमर की बढ़ती चर्बी घटाने के लिये संघर्षरत रहते हैं लेकिन होता कुछ नहीं… ऐसे लोग सही दिशा में सिर्फ थोड़े सहज प्रयास से अपना लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकते हैं.
जब किसी को महसूस होता है कि अब उसका वेट निर्धारित सीमा से इतना ज्यादा बढ़ गया है की किसी भी तरह के डिजाईन वाले कपड़ों से छुपाना असम्भव है तब वो हड़बड़ा उठता है. शीशे में हर कोण से खुद के शरीर को निहारता है और कुंठाग्रस्त हो जाता है. इसी कुंठा की हड़बड़ाहट में अचानक से खाना पीना त्याग देता है.
इसका तात्कालिक असर कुछ दिनों के लिये दिखता तो है पर ऐसे बचकाने प्रयास से फायदे की जगह उलटा नुकसान ही होता है. ऐसी भीष्म प्रतिज्ञा पर अटल रहना सेहत की दृष्टि से ना सही है, ना सम्भव.
अगर आपको हमेशा के लिये फिट बने रहना है तो उसके लिये कुछ आदतें हमेशा के लिये बदलनी होंगी.
ये सिर्फ सुनने में ही कठिन लगता है पर थोड़े से गम्भीर प्रयास से ये सहज हो जाता है.
गर्मी के मौसम में मीठा और ऑयली बिल्कुल बंद.
सुबह का नाश्ता भरपेट होना चाहिये वरना दिन भर ऐसी तगड़ी भूख लगेगी कि आप शाम तक उसकी भरपाई के लिये डबल मात्रा में खाने से खुद को रोक नहीं सकेंगे.
दलिया, फ्रूट सलाद, अंकुरित चने, छाछ, दही गर्मियों में सबसे अच्छा नाश्ता होते हैं.
दोपहर के खाने में अनाज की मात्रा कम से कम और दाल, दही, सलाद, रायता ज्यादा से ज्यादा हो.
शाम को भूख लगने पर खीरा, ककड़ी या कोई फल दही या छाछ के साथ लेना चाहिये.
डिनर जितनी जल्दी हो जाये उतना अच्छा, सात बजे तक हो जाये फिर बात ही क्या.
इस मौसम में चाय बिल्कुल बंद कर देनी चाहिये. इससे सुस्ती आती है और गर्मी बर्दाश्त करने की क्षमता घटती है. छाछ खूब दबाकर पीनी चाहिये. दूध का सेवन कम करें या फिर दिन के उजाले तक करें.
कोल्ड्रिंक्स, ठंडा पानी, चीनी की ज्यादा मात्रा वाले पेय जहर समान होते हैं.
इसके ऑप्शन में सत्तू और पना इस्तेमाल करना चाहिये.
सत्तू गर्मियों में वरदान जैसा है. स्वास्थ्यकर और सुपाच्य.
बहुत अधिक मात्रा में सेवन से पेट भी खराब हो सकता है. इसमें हर वो पोषक तत्व मौजूद होता है जो गर्म मौसम के लिहाज से जरूरी है.
हैवी वर्कआउट करने वाले सत्तू में अलसी का बीज और मूंगफली के दाने, स्वादानुसार नमक मिलाकर शेक बनाकर पीयें तो किसी भी तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी.
वजन घटाने की ख्वाहिश रखने वाले भूख लगने पर थोड़ी मात्रा में सत्तू सानकर खायें तो दो तीन घंटे भूख से मुक्ति. सत्तू अनावश्यक चर्बी छांटकर बॉडी को लीन बनाता है.
सबसे जरूरी बात सुबह देर तक सोने वालों के लिये और उठते ही चाय के साथ नमकीन, पूड़ी, कचौड़ी के शौकीन उपरोक्त लिखीं बातों को इग्नोर करें और मस्त्त रहें.
जो सोवत है वो खोवत है, ये अटल सत्य है.
सुबह उठकर थोड़ा टहलना या योग जरूर करना चाहिये.
सुबह की आराम के बदले वक्त से पहले बुढ़ापा और बीमारियाँ न्यौतना सबके लिये बुरा सौदा नहीं होता.