पटना. किसी ज़माने में सुशासन बाबू के नाम से मशहूर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा राज्य में थोपी गई शराबबंदी का हाल उजागर करता एक दिलचस्प मामला सामने आया है.
शराबबंदी के फैसले के बाद राज्य में लाखों लीटर शराब जब्त की गई और इसे पुलिस मालखाने में जमा करा दिया गया. अब खबर ये है कि जब्त की गई शराब की खेप पुलिस मालखाने से नदारद है. इस बारे में बताया जा रहा है कि ये लगभग नौ लाख लीटर शराब चूहे गटक गए.
मीडिया में आई रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. अपर पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल ने बताया कि पटना क्षेत्र के पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि नितीश सरकार ने पिछले वर्ष अप्रैल महीने से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी और इसे लागू करने के लिए पुलिस एवं मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 13 महीने के दौरान 9.15 लाख लीटर अल्कोहल, देशी और विदेशी शराब जब्त की गयी और पुलिस क्राईम मीटिंग के दौरान यह बात सामने आयी कि इसमें से एक बडा हिस्सा पुलिस थाना लाने के क्रम में बरबाद हो गया, जबकि उतनी ही बडी मात्रा को चूहे पुलिस मालखाना में हजम कर गए.
पटना क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नय्यर हसनैन खान ने बताया कि उन्होंने पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पुलिस मालखाने से इसका भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. बिहार में करीब 1053 पुलिस थाने हैं.