पुंछ. भारतीय सेना ने कृष्णा घाटी सेक्टर की कृपाण पोस्ट के उस पार पाकिस्तानी सेना की पिम्पल पोस्ट पर हमला करते हुए अपने दो जवानों के सिर काटे जाने का पाकिस्तान से बदला ले लिया.
देर रात तक चली इस कार्रवाई में 647 मुजाहिद यूनिट के दस जवानों के मारे की सूचना है. सुबह पाकिस्तानी सेना ने इसी पिम्पल पोस्ट से गोलाबारी की थी और इसी दौरान पाक की बार्डर एक्शन टीम (बैट) ने भारतीय क्षेत्र में घुसकर शहीद जवानों के शवों के साथ बर्बरता की थी.
पाकिस्तानी सेना के हैवानियत भरे कदम पर सरकार में शीर्ष स्तर पर मंत्रणा हुई थी. तभी सेना को राजनीतिक रूप से यह संदेश दे दिया गया था कि वह बदला लेने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है.
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में सारी जानकारी ली. रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए पहले ही कह दिया था, ‘भारत सरकार इसकी घोर निंदा करती है. देश को हमारी सेना पर पूरा भरोसा है. इसकी जो प्रतिक्रिया उनको करनी पड़ेगी वे करेंगे. हमारे दो सैनिकों का जो बलिदान है, वह व्यर्थ नहीं जाएगा.’
इसी तरह उन्होंने यह भी साफ तौर पर कहा कि सैनिकों के शव के साथ अमानवीय हरकत में पाकिस्तानी सेना का ही हाथ है. ऐसी हरकतें तो युद्ध में भी नहीं हुआ करती और निश्चित तौर पर शांति में तो कभी नहीं होती.
पाकिस्तान की एफडीएल पोस्ट पिम्पल से 647 मुजाहिद बटालियन ने एलओसी से सटी बीएसएफ की अग्रिम पोस्ट पर गोलीबारी कर सुबह संघर्षविराम का उल्लंघन किया. इस दौरान बीएसएफ पोस्टों पर राकेट भी दागे.
उस समय भारतीय सेना व सीमा सुरक्षा बल के जवान खुफिया जानकारी के आधार पर वहां बारूदी सुरंग खोज रहे थे. तभी अचानक हुए हमले में बीएसएफ की 200 बटालियन के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर निवासी गांव टिकमपुर, तहसील भाटपार रानी, जिला देवरिया (उत्तर प्रदेश) व सेना की 22 सिख यूनिट के नायब सूबेदार परमजीत सिंह निवासी तरनतारन, पंजाब शहीद हो गए. बीएसएफ का कांस्टेबल राजेंद्र कुमार घायल हो गया.
इसी दौरान पाक सेना के कमांडो और आतंकियों वाली बार्डर एक्शन टीम (बैट) भारतीय सीमा में लगभग एक किलोमीटर तक दाखिल हो गई. टीम दोनों भारतीय जवानों के शवों को क्षत-विक्षत करने के बाद उनके अंग भी काटकर अपने साथ ले गई है. बैट टीम ने सबसे अधिक बर्बरता नायब सूबेदार परमजीत सिंह के पार्थिव शरीर के साथ की.