शेविंग ब्लेड को कूड़े कचरे में बिलकुल न डालें. जानकारी के अभाव में 90% घरो में ऐसा हो रहा है और अनजाने में हम पाप के भागीदार बन रहे हैं.
प्रिय दोस्तों, एक ताजा जानकारी के अनुसार शेविंग करने के बाद कूड़ेदान में ब्लेड के फेंकने के कारण हर साल हज़ारों पशुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है.
ध्यान दीजियेगा कि कचरे में मुंह मारते हुए जब ब्लेड जानवर के गले में फंसती है तो उसकी पीड़ा का हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते. वो बहुत जोर से छटपटाता है और फिर प्राण त्याग देता है.
मूक जानवर के पास ब्लेड को गले से निकालने का कोई जरिया नहीं है.
मेरे घर के पास कुछ ही दिनों पहले एक गौशाला में गाय ने प्राण त्याग दिए और बाद में पोस्टमार्टम में उसके पेट में ब्लेड चले जाने की पुष्टी हुयी.
दोस्तों, पुराने ब्लेड को कचरे में डालने को बजाए घर पर कोई डिब्बे में डालना शुरू करें.
अगर आप हर रोज भी शेविंग करते हैं तो भी आप पांच साल में एक किलो के डिब्बे को पुराने ब्लेड से नहीं भर पाएंगे. और जब आपको लगे कि ज्यादा ब्लेड इकट्ठे हो गए है तो उन्हें जमीन में 2-3 फीट नीचे दबा दें.
2-3 महीने में ही उनमें जंग आ जाता है फिर वो किसी को हानि नहीं पहुंचा सकते.
नोट कीजिये ब्लेड से ज्यादा पैनी इस दुनिया में कोई चीज नही है… तलवार भी नहीं. ब्लेड ही की तरह नाखून काटकर भी कचरे में न डालें, उसे पानी के साथ नाली में बहा दें, क्योंकि एक छोटी सी चिड़िया के लिए आपके नाखून ब्लेड से कम घातक नहीं.
कृपया इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें.
– सागर खत्री की वाल से साभार