खान शेखहुन. सीरिया के विद्रोही नियंत्रित इलाक़े इदलिब में संदिग्ध केमिकल हमले की ख़बर है. युद्ध से जर्जर सीरिया में मंगलवार को रासायनिक हमले में 100 लोगों की मौत हो गई. इनमें दर्जनों बच्चे हैं. करीब 400 लोग जख्मी हैं.
हमला विद्रोहियों के प्रभाव वाले इदलिब प्रांत के खान शेखहुन शहर में किया गया. यूनियन ऑफ मेडिकल केयर ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार सुबह के वक्त शहर के एक रिहायशी इलाके में करीब 40 बार हवाई हमले किए गए.
घटना की संयुक्त राष्ट्र ने जांच शुरू की है. निगरानी संगठन सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने सीरियाई सरकार को हमले के लिए जिम्मेदार बताया है.
छह साल से गृहयुद्ध से जूझ रहे सीरिया में यह सबसे भीषण रासायनिक हमला है. सीरियाई सरकार ने 2013 में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल न करने की संधि पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर किए थे. लेकिन, समझौते के बाद भी उस पर रासायनिक हथियार का इस्तेमाल करने के आरोप लगते रहे हैं.
संगठन सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक हमला होते ही ज्यादातर लोग चक्कर खाकर गिर पड़े. कुछ उल्टियां करने लगे तो कई के मुंह से झाग निकलने लगा. चिकित्सकीय मदद पहुंचने से पहले ही कई लोगों की दम घुटने से मौत हो गई.
मीडिया में आई कुछ तस्वीरों में बच्चे समेत कई लोगों के शव जमीन पर बिखरे दिखाई पड़ रहे हैं. हिंसा प्रभावित इलाके में आम लोगों की मदद करने वाले बचाव समूह ह्वाइट हेल्मेट की टीम घायलों पर पानी का छिड़काव करती भी दिखाई पड़ रही है.
बताया जा रहा है कि शहर के उस अस्पताल पर भी बमबारी की गई है जहां पीड़ितों का इलाज किया जा रहा था. यह साफ नहीं है कि हमले के लिए इस्तेमाल किए गए विमान सीरियाई थे या उसका समर्थन करने वाले रूस के.
हमला ऐसे वक्त में किया गया है कि जब शांति के प्रयास चल रहे हैं और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को सत्ता से हटाने की अपनी जिद्द से अमेरिका पीछे हटता दिख रहा है.
गौरतलब है कि इदलिब प्रांत का बड़ा हिस्सा अब भी अल-कायदा और फतह अल-शाम के कब्जे में हैं. अल-शाम असद के खिलाफ संघर्षरत सबसे बड़ा विद्रोही गुट है. सीरियाई सेना और रूस अक्सर इस इलाके में हमला करते रहते हैं.