पिछले सोमवार यानी 27 मार्च को Economic Times (ET) का Global Summit होना तय था जिसका उदघाट्न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था. मोदी जी का उद्बोधन शाम 8:10 पर तय था.
बताया जाता है कि मोदी जी ने कार्यक्रम से सिर्फ 40 मिनट पहले आने से मना कर दिया….
मोदी जी हटे तो उनके साथ उनके मंत्रिमंडल के 3 वरिष्ठ सहयोगी, जिन्हें अगले दिन Summit को संबोधित करना था, वो भी हट गये. ये तीन थे अरुण जेटली, नितिन गडकरी और पियूष गोयल …….
मोदी जी हटे तो चंद्र बाबू नायडू भी हट गए. साथ ही अनेक वरिष्ठ नौकरशाह भी कार्यक्रम से हट गए.
मोदी जी हटे तो कार्यक्रम के बहुत से प्रायोजकों (sponsors) ने भी हाथ खींच लिया. PMO से सिर्फ इतना कहा गया कि सुरक्षा कारणों से PM नहीं आ पाएंगे.
ये माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश विजय के बाद PM ने बिकाऊ मीडिया (paid media) को औकात बतायी है.
यूपी चुनाव के दौरान टाइम्स समूह अखिलेश यादव और राहुल गांधी के गठबन्धन को भारी बढ़त दिखाता रहा और इनका ही चरण चाटन करता रहा.
इसका कारण ये था कि अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री रहते Times Group की Bennet University को Greater Noida में अरबों रूपए कीमत की 45 एकड़ जमीन आवंटित की है. चुनाव भर टाइम्स समूह उसी का अहसान उतारता रहा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री की नाराजगी का ये भी कारण बताया जा रहा है कि टाइम्स ग्रुप के विनीत जैन ने नोट बंदी का जम के विरोध किया और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करता रहे.
जब योगी जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो Economic Times ने अपने संपादकीय में लिखा कि देश को अब साधु संतों के हवाले किया जा रहा है.
इसके अलावा टाइम्स समूह का रेडियो मिर्ची जो कि देश का सर्वाधिक लोकप्रिय निजी एफएम चैनल है, उत्त प्रदेश चुनाव के दौरान लगातार प्रधानमंत्री का मज़ाक उड़ाता रहा….
उत्तर प्रदेश में मिले प्रचंड बहुमत के बाद मोदी सरकार खुल के फ्रंट फुट पर आ गयी है और इसने अब बिकाऊ मीडिया (Paid Media) को औकात बताने की शुरुआत कर दी है.
टाइम्स जैसे शक्तिशाली मीडिया घराने को कार्यक्रम से मात्र 40 मिनट पहले लतियाने को इसी रूप में देखा जा रहा है.
इसके अलावा ये भी माना जा रहा है कि अगर उत्तर प्रदेश में यदि भाजपा की सिर्फ 220 – 240 सीट आती तो मोदी जी योगी जी को मुख्यमंत्री नहीं बनाते.
325 सीट के प्रचंड बहुमत ने अमित शाह और मोदी जी के हौसले बुलंद कर दिए हैं. उत्तर प्रदेश विजय के बाद अब एक नए मोदी के दर्शन होंगे. देखते जाइये.
April के प्रथम सप्ताह में बेनामी सम्पत्ति पर जबरदस्त सर्जिकल स्ट्राइक हो सकती है… और भी कड़े कड़वे धमाकेदार निर्णय लिए जा सकते हैं.
Tighten Your Belts and be ready for a very Bumpy Jumpy Ride.