यह सादगी और ईमानदारी भरी परंपरा काश सभी राजनीतिज्ञ अपनाते

जब नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्य मंत्री बने थे तो न्यूज़ चैनलों ने उन के गांव से जो घर दिखाया था उन का , वह न सिर्फ़ एक साधारण किसान का घर था बल्कि नीतीश कुमार की ईमानदारी और पारदर्शिता भी दिखती थी. निम्न मध्यवर्गीय ताना बाना और नीतीश कुमार की मां की सरलता भी देखते बनती थी. तब जब कि नीतीश कुमार सांसद और रेल मंत्री भी रह चुके थे. वह अपने घर परिवार के लिए कुछ भी करवा सकते थे. पर भूल कर भी नहीं किया.

देखने को तो लालू यादव के मुख्य  मंत्री बनने के समय उन के चपरासी भाई के साथ उन का रहना और राबड़ी का आलू प्याज की सब्जी बनाना भी मीडिया दिखा चुका था पर जल्दी ही लालू यादव सपरिवार भ्रष्टाचार की गंगोत्री में फिसल गए. फिर उन का अहंकार , लंठई , बदतमीजियां आदि बहुत विस्तार पा गईं. लेकिन सुनते हैं नीतीश कुमार अभी तक अपनी ईमानदारी की पगडंडी से उतरे नहीं हैं.

त्रिपुरा के कामरेड मुख्य मंत्री माणिक सरकार की ईमानदारी और सादगी भी सर्वदा चर्चा के शिखर पर रही है. ममता बनर्जी भी सादगी से रहती ज़रुर हैं पर भ्रष्टाचार के छींटे उन पर , उन की पार्टी पर बहुत पड़ गए हैं.

फिर जब नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री बने तब उन का भी घर देख कर पता लग गया कि दस साल मुख्य मंत्री रह कर भी नरेंद्र मोदी ईमानदारी की राह पर ही रहे हैं. प्रधान मंत्री बनने के बाद भी उन के घर या परिवारीजनों में वैभव या संपन्नता प्रवेश नहीं कर पाई है. सत्ता का मद भी नहीं. यह बड़ी बात है. अब जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री बने तो गढ़वाल उन के माता , पिता , परिजनों और घर को देख कर लग गया कि ईमानदारी की पथरीली राह योगी ने भी छोड़ी नहीं है.

पांच बार एम पी रहने , अरबों रुपए के साम्राज्य गोरखनाथ मंदिर का महंत हो कर काम काज संभालने के बाद भी उन के परिजन अपनी विपन्नता में ही जी रहे हैं. वह चाहते तो मंदिर से या किसी और से भी कह कर अपनी परिजनों का जीवन स्तर तो सुधार सकते ही थे.इतना ही नहीं बहुत से गेरुवाधारी लोग राजनीतिज्ञ हैं पर उन का गेरुवा देखिए और योगी आदित्यनाथ का गेरुवा वस्त्र देख लीजिए. सिल्क और मामूली कपड़े का फ़र्क साफ दिख जाएगा. और अब मुख्य मंत्री निवास से ए सी सहित सारी ऐशो आराम की चीज़ें हटवा देना भी आसान नहीं है. मुख्य मंत्री निवास में गऊ शाला बना कर सादगी से रहना आसान नहीं है. अपनी तमाम ड्रेस की चर्चा के बावजूद सुनता हूं , मोदी भी प्रधान मंत्री निवास में बड़ी सादगी से रहते हैं.

यह सादगी और ईमानदारी भरी परंपरा काश कि सभी राजनीतिज्ञ अपनाते. नहीं हम ने जय ललिता जैसी मुख्य मंत्री का भ्रष्टाचार और ऐश्वर्य भरा जीवन भी देखा ही है. मुलायम, अखिलेश, मायावती, राम विलास पासवान जैसे तमाम भ्रष्ट राजनीतिज्ञों की तो खैर बात ही क्या करनी. राहुल गांधी के कुर्ते की फटी जेब वाली जोकरई की भी क्या बात करनी.

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