1. गेहूं, चावल, बाजरा और साबुत मूंग को समान मात्रा में लेकर सेककर इसका दलिया बना लें. इस दलिये में अजवायन 20 ग्राम तथा सफ़ेद तिल 50 ग्राम भी मिला दें.
50 ग्राम दलिये को 400 मि.ली.पानी में पकाएं. स्वादानुसार सब्जियां और हल्का नमक मिला लें.
नियमित रूप से एक महीनें तक इस दलिये के सेवन से मोटापा और मधुमेह में आश्चर्यजनक लाभ होता है.
2. अश्वगंधा के एक पत्ते को हाथ से मसलकर गोली बनाकर प्रतिदिन सुबह, दोपहर, शाम को भोजन से एक घंटा पहले या खाली पेट जल के साथ निगल लें.
एक सप्ताह के नियमित सेवन के साथ फल, सब्जियों, दूध, छाछ और जूस पर रहते हुए कई किलो वजन कम किया जा सकता है.
3. गिलोय, हरड़, बहेड़ा और आंवला मिलाकर काढ़ा बनाकर इसमें शुद्ध शिलाजीत मिलाकर खाने से मोटापा दूर होता है और पेट व कमर की अधिक चर्बी कम होती है.
4. गुग्गुल, त्रिकुट, त्रिफला और कालीमिर्च बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को अच्छी तरह एरण्ड के तेल में घोटकर रख लें. यह चूर्ण 3 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से मोटापा की बीमारी ठीक होती है.
5. पिप्पली का चूर्ण लगभग आधा ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम शहद के साथ प्रतिदिन 1 महीने तक सेवन करने से मोटापा समाप्त होता है.