नई दिल्ली. केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर गोवा के नए मुख्यमंत्री होंगे. रविवार शाम गोवा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर मुहर लगी.
पर्रिकर ने राज्यपाल से मुलाकात कर गोवा में सरकार बनाने का दावा भी पेश किया है. पर्रिकर ने 21 विधायकों के समर्थन का दावा किया है.
विधायकों के समर्थन का पत्र लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ पर्रिकर राजभवन पहुंचे. गडकरी ने बताया कि शपथग्रहण की तारीख तय होने के बाद ही पर्रिकर रक्षामंत्री का पद छोड़ेंगे.
उल्लेखनीय है कि गोवा विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, भाजपा को एंटी इनकंबेंसी का खामियाजा भुगतान पड़ा और पार्टी मात्र 13 सीटें ही मिल पाई हैं.
वहीं कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 40 में से 17 सीटें कब्जा ली हैं. मीडिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि अगर भाजपा पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाती है तो अन्य दलों ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए समर्थन का भरोसा दे दिया है.
गडकरी ने बताया कि एमजीपी और गोवा फॉरवर्ड ने उनसे कहा कि अगर मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बनें तो वो समर्थन देने को तैयार हैं. मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष गोवा के विधायकों की बात रखी. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और संसदीय बोर्ड से चर्चा की.
वहीं गोवा कांग्रेस के इंचार्ज दिग्विजय सिंह ने राज्य में सरकार बनाने का दावा किया है. बता दें कि 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में बहुमत के लिए 21 सीटों की जरूरत थी, लेकिन इस नंबर तक कोई नहीं पहुंच पाया. कांग्रेस को 17 और बीजेपी को 13 सीटें मिली हैं.
गडकरी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष और संसदीय बोर्ड ने मुझे उचित निर्णय लेने का अधिकार दिया था. जब मैं 21 विधायकों के समर्थन के प्रति आश्वस्त हो गया तब राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने दावा पेश किया गया. पर्रिकर शपथ ग्रहण की तारीख तय होने पर रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देंगे.
रविवार शाम गोवा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर मुहर लगी. पर्रिकर ने राज्यपाल से मुलाकात कर गोवा में सरकार बनाने का दावा भी पेश किया है.
पर्रिकर ने 21 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. विधायकों के समर्थन का पत्र लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ पर्रिकर राजभवन पहुंचे.
गौरतलब है कि बीजेपी को समर्थन देने के लिए तैयार महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) ने शर्त रखी थी कि अगर मनोहर पर्रिकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा तभी वो समर्थन देगी.