मुंबई. बीएमसी चुनाव में भाजपा ने अलग चुनाव लड़ कर और शिवसेना को ज़मीनी हकीकत दिखाने के बाद मेयर और डेप्युटी मेयर पद शिवसेना के लिए छोड़ते हुए उसके समर्थन की घोषणा की है.
जानकारी के मुताबिक़ विश्वनाथ महादेश्वर बीएमसी में मेयर और हरेश्वर वर्लिकर डेप्युटी पद के लिए शिवसेना के उम्मीदवार होंगे. शिवसेना के वरिष्ठ नेता अनिल परब ने यह जानकारी दी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी के पार्षद विपक्ष में नहीं बैठेंगे. उन्होंने शिवसेना को समर्थन की घोषणा करते हुए यह भी ऐलान किया कि पार्टी पारदर्शिता के मुद्दे पर कायम है और जहां जरूरी लगेगा वहां शिवसेना का विरोध भी किया जाएगा.
फडणवीस ने कहा, ‘हमने यह फैसला मुंबई के हित में लिया है. बीजेपी मेयर पद का चुनाव नहीं लड़ेगी, शिवसेना का समर्थन किया जाएगा. पार्टी पारदर्शिता के मुद्दे पर अडिग है. जहां भी इसकी जरूरत होगी, हम आवाज उठाएंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हमने चुनाव से पहले ही घोषणा की थी नगर निगम के काम में पार्दर्शिता आनी चाहिए. हम एक समिति का गठन कर रहे हैं जो तीन महीने में यह हमें रिपोर्ट देगी.’
मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि राज्य सरकार में शिवसेना उनका समर्थन करती रहेगी. उन्होंने कैबिनेट बैठक का हवाला देते हुए कहा कि शिवसेना कोटे के मंत्री भी इसमें शामिल हुए थे और सर्वसम्मति से सभी निर्णय लिए गए.
227 सदस्यों वाली महानगर पालिका में शिवसेना के 84 पार्षद चुनकर आए हैं, जबकि भाजपा को 82 सीटों पर जीत मिली है. कांग्रेस के पास 31 सीटें हैं.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही फडणवीस कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने बयान दिया था कि वह इस बात को लेकर 200 फीसदी आश्वस्त हैं कि बीएमसी में भाजपा और शिवसेना एक साथ आएंगे.
पाटिल ने प्रदेश भाजपा की कोर समिति की अहम बैठक के पहले यह बयान दिया. उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य की भाजपा नीत सरकार पर कोई खतरा नहीं है.