कोच्चि. अपने उपदेशों में बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ प्रवचन करने वाला एक ईसाई पादरी खुद एक नाबालिग लड़की का बलात्कारी निकलेगा, ये उसके भक्तों ने कभी भी नहीं सोचा होगा.
[अब ईसाई पादरी का फतवा : जींस, टी-शर्ट पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डुबा दो]
कन्नूर में नाबालिग रेप पीड़िता के बच्चे को जन्म देने के बाद पादरी रोबिन वडक्कनचेरिल की करतूत सामने आई. सूचना के बाद पुलिस ने रेप के आरोपी पादरी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
48 साल का रोबिन वडक्कनचेरिल कन्नूर जिले के कोटियूर में सेंटर सेबेस्टियन चर्च में पादरी है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता स्कूली छात्रा है. पादरी ने चर्च जुड़े अपने निवास स्थान के बेडरूम में उससे रेप किया.
जानकारी के मुताबिक, पिछले साल मई में आरोपी पादरी ने 17 साल की पीड़िता के साथ रेप किया था. आरोपी पादरी उसी स्कूल में बतौर मैनेजर तैनात था, जहां पीड़िता पढ़ती थी.
पुलिस ने बताया, ‘लड़की ने तीन सप्ताह पहले बच्चे को जन्म दिया. नवजात को वायानाड जिले में एक निजी अनाथालय को सौंप दिया गया. मामला दर्ज करने के बाद बच्चे को कन्नूर के सरकारी अनाथालय भेज दिया गया.’
पादरी पहले एक कॉलेज में भी काम कर चुका है. साथ ही चर्च की ओर से चलने वाले अखबार दीपिका और जीवन टीवी का निदेशक रह चुका है. पुलिस को मामले के बारे में जानकारी मिलने पर पर पुलिस ने रविवार (26 फरवरी) को लड़की से पूछताछ की.
पुलिस के अनुसार, ‘शुरुआत में लड़की ने बताया कि उसके पिता ने ही उसका शोषण किया. बाद में जब हमने विस्तार से महिला पुलिसकर्मी की मदद से पूछा तो उसने फादर रोबिन का नाम बताया.’
पुलिस का कहना है कि लड़की के माता-पिता को उसके गर्भवती होने का पता ही नहीं चला. वह रोज स्कूल जाती थी और कपड़े इस तरह से पहनती थी कि किसी को उसके गर्भवती होने का पता नहीं चल पाया.
पीड़िता के मुताबिक़ आरोपी पादरी ने एक दिन उसके अकेले होने का फायदा उठाकर उसके साथ रेप किया था. बदनामी के डर से उसने ये बात किसी को नहीं बताई. जिसके बाद वह प्रेग्नेंट हो गई और पिछले हफ्ते ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पादरी रॉबिन के खिलाफ आईपीसी की धारा-376 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी रॉबिन ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में अग्रिम कार्रवाई कर रही है.
कोटियूर के लोगों ने बताया कि पादरी रविवार तक चर्च में था. दिलचस्प बात है कि पादरी अपने उपदेशों में बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ बोला करता था. कुछ महीने पहले उसने इलाके में चल रहे एक सेक्स रैकेट के बारे में भी पुलिस को सूचना दी थी.