नई दिल्ली. गुजरात के राज्य आतंकवाद निरोधक दस्ते दो संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादियों को राजकोट और भावनगर से गिरफ्तार किया.
गुजरात में कुछ धार्मिक स्थानों पर सीरियल बम ब्लास्ट करने की कथित रूप से साजिश रच रहे ये दोनों संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी आपस में सगे भाई हैं.
आतंकवाद निरोधक दस्ते के पुलिस उपाधीक्षक के के पटेल ने कहा, ‘एक गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस टीम ने आईएसआईएस के साथ संबंध को लेकर दो संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा है.’
गुजरात से पहली बार आईएसआईएस के लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एनआईए ने कुछ दिन पहले यूपी से मुफ्ती अब्दुल कासमी को गिरफ्तार किया था. गुजरात से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के संबंध कासमी से भी बताए जा रहे हैं.
पटेल ने कहा, ‘दोनों भाई हैं और उनके नाम वसीम और नईम रामोदिया हैं. वसीम को राजकोट से और उसके भाई को भावनगर से गिरफ्तार किया गया. एटीएस ने कल रात दो टीमें बनायी थी और उन दोनों को पकड़ा.’
उन्होंने कहा, ‘वे बम बनाने वाली सभी सामग्री के साथ तैयार थे और अगले दो दिनों में धार्मिक स्थानों पर धमाके करने की साजिश कर रहे थे.’ पटेल के अनुसार उनकी गिरफ्तारी से एक बड़ा आतंकवादी हमला टल गया.
उन्होंने कहा कि दोनों के पास से गन पाउडर, बैटरी के साथ देशी बम और नकाब बरामद किए गए. पुलिस ने कंप्यूटर भी जब्त किए जिनमें आपत्तिजनक और प्रतिबंधित सामग्री थी.
उन्होंने कहा, ‘वे ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया नेटवर्कों के माध्यम से देश के बाहर आईएसआईएस कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे.’
एसपी (एटीएस) हिमांशु शुक्ला ने माना कि चोटिला मंदिर उनके निशाने पर था. हालांकि उन्होंने आगे की जांच को ध्यान में रखकर इस समय और ज्यादा कुछ बताने से इनकार किया. पुलिस अभी इस मामले में जांच कर रही है ताकि इन गिरफ्तार भाइयों से और जानकारी हासिल की जा सके.
आरोपियों के पिता आरिफ रमोडिया राजकोट के स्थानीय क्रिकेट मैचों में अंपायर के तौर पर काम करते रहे हैं. पिता आरिफ ने भी स्वीकार किया उनके घर से पुलिस न सिर्फ कंप्यूटर बल्कि कुछ हथियार और विस्फोटक भी ले गई है.