ओडिशा और महाराष्ट्र के निकाय चुनावों में मिली जीत का जश्न मनाने भारतीय जनता पार्टी ने देश भर के सभी जिला कार्यालय में 25 फरवरी को ‘विजय उत्सव’ मनाने का निर्णय लिया है.
[महाराष्ट्र में सर्वत्र कमल, मुंबई में शानदार प्रदर्शन के साथ 9 में से 8 निगमों में जीत]
महाराष्ट्र और ओडिशा में मिली ऐतिहासिक जीत का फ़ायदा भाजपा को उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों में मिलना तय माना जा रहा है.
जानकारों के मुताबिक़ उत्तरप्रदेश में पहले से ही अन्य दलों पर निर्णायक बढ़त बनाई हुई भाजपा को इन नतीजों से मज़बूती मिलेगी.
उत्तरप्रदेश में अभी पांचवें से लेकर सातवें चरण के चुनाव बाकी है, जिनमें मध्य यूपी के कुछ जिलों के अलावा मुख्यत: पूर्वांचल में मतदान होने हैं.
ओडिशा और महाराष्ट्र के नतीजों से प्रभावित उप्र के उन मतदाताओं का झुकाव अब भाजपा की तरफ होने की उम्मीद है जो अभी तक अनिश्चित थे.
भाजपा की रणनीति इसे नोटबंदी पर जनता की मोहर बताने की है. उत्तरप्रदेश में स्थानीय मुद्दों जैसे भ्रष्टाचार, क़ानून-व्यवस्था, भाई-भतीजावाद, बेरोज़गारी और किसानों की समस्या पर तो सपा-बसपा पहले ही बैकफुट पर हैं.
ऐसे में इन दो राज्यों के परिणाम के साथ भाजपा का आक्रामक प्रचार नि:संदेह उसके पक्ष में सुनामी ला सकता है.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में अभूतपूर्व सफलता मिलने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ‘विजय उत्सव’ मनाए जाने का निर्णय लिया है.
उन्होंने बताया कि अमित शाह ने नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और राज्य इकाई के अध्यक्ष रावसाहब पाटील दानवे को फोन कर बधाई दी है.