देश के लिए इंदिरा जी ने कुर्बानी दी. आपके घर से कौन गया? एक भी कुत्ता नहीं गया : कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सदन में.
बरसती कालिख की शर्म से भीगने से बचने के लिए आज रेनकोट में खड़ी कांग्रेस… क्या शहीदों के इस घोर अपमान पर देश और सदन से सार्वजनिक माफ़ी मांगेगी ?
कांग्रेस ने देश के लिए अपनी कुर्बानी देने के नाम पर… अपनी एक नेता (जो एक दुर्घटना की शिकार हुईं, जिसके घाव और वजहें 1984 के दंगों के तौर पर आज भी देश के सीने पे दर्ज है)…. के अलावा देश पर कुर्बान होने वाले सभी शहीदों को कुत्ता कहा… वह भी सदन में!
क्या गांधी से लगायत सुभाष चंद बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, बिस्मिल, अशफाकउल्लाह खान, वीर सावरकर, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, अब्दुल हमीद सहित हजारों वीर शहीद…. एक स्व. इंदिरा जी को छोड़…. कांग्रेसी नेता की नजर में कुत्ते हैं ?
“आपके घर से कोई कुत्ता गया?”… प्रधानमंत्री को सीधे संबोधित करते हुए कही गयी इस मानसिक कुत्तेबाजी को…. प्रधानमंत्री पर निजी टिप्पणी होने के बावजूद… अगर एक बार माफ़ भी कर दिया जाय कांग्रेस को, तो एक खानदान भर की कुर्बानी को सलाम और बाकियों को… कुत्ते शब्द से नवाजते हुए देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले हजारों… नामी और अनाम शहीदों का अपमान किया है.
“हम आपकी तरह कुत्तों की परंपरा वाले लोग नहीं”…. कह कर सदन में प्रधानमंत्री ने शहीदों के इस घोर अपमान का बदला लिया है, इसके लिए प्रधानमंत्री जी को देश की तरफ से साधुवाद.
कांग्रेस को इस मानसिक गुलामी की उपज शाब्दिक कुकुरबाजी और शहीदों के अपमान के लिए देश से माफ़ी माँगना बाकी है.
सोनिया गांधी जी! राहुल गांधी और मनमोहन सिंह जी बताइये…. एक परिवार की हत्याओं, दुर्घटनाओं तक को कुर्बानी बता…. देश के लिए जानें कुर्बान करने वाले वीरों को कुत्ता कहने पर आप सदन से लेकर देश से सार्वजनिक माफ़ी कब मांग रहे हैं?