वॉशिंगटन. सात देशों के मुसलमानों को अमेरिका में प्रवेश न देने के अपने फैसले पर कोर्ट की रोक से अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प खासे खफा हैं. उन्होंने कोर्ट की रोक के बाद जांच एजेंसियों से जांच में सख्ती और सतर्कता बरतने का निर्देश देते हुए कहा है कि न्यायपालिका हमारे काम को मुश्किल बना रही है.
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा है कि ‘यकीन नहीं आता कि कोई जज हमारे देश को ऐसे खतरे में डाल देगा. यदि कुछ होता है तो उसका दोष उस पर और न्याय व्यवस्था पर डाला जाए. लोग भीतर आते जा रहे हैं. यह बेहद बुरा है.’
ट्रंप ने आगे लिखा कि ‘मैंने गृह सुरक्षा को निर्देश दिया था कि वह हमारे देश में आने वाले लोगों की जांच बेहद सावधानी के साथ करे. अदालतें इस काम को बहुत मुश्किल बना रही हैं.’ ट्रंप ने कहा कि ‘तथाकथित जज’ बेहद ‘‘बचकाना’ है.
उल्लेखनीय है कि बीती 27 जनवरी को ट्रंप ने सभी शरणार्थियों पर और ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले यात्रियों पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था.
इसके बाद सीएटल में गत शुक्रवार को एक संघीय जज जेम्स रॉबर्ट ने व्यापक कानूनी समीक्षा लंबित होने के चलते देशव्यापी प्रतिबंध पर रोक लगा दी.
ट्रंप के इन ट्वीटों की डेमोक्रेट सदस्यों और अन्य लोगों ने कड़ी आलोचना की. उनका कहना था कि राष्ट्रपति सरकार की न्यायिक शाखा में खतरनाक तरीके से दखलंदाजी कर रहे हैं.