येरुशलम. भारत और इजरायल के बीच स्थापित राजनीतिक संबंधों की 25वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. दोनों देशों के बीच की साझेदारी 2 दशक से भी अधिक समय से चल रहे मजबूत संबंधों का परिणाम है.
भारत और इजरायल ने 1950 के दशक में एक-दूसरे के साथ किसी भी तरह का सामीप्य नहीं दिखाया, जैसा कि आज की तारीख में है.
इन सबके बावजूद, दोनों देशों के बीच साल 1992 में ( 29 जनवरी) पूर्ण राजनीतिक संबंधों की स्थापना हुई, जो कि एक समान मुद्दे जैसे कि जल प्रबंधन, कृषि, रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग पर आधारित थे.
दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों की स्थापना के बाद राष्ट्रपति इजर वेजमैन इजरायल के पहले राष्ट्र प्रमुख थे, जिन्होंने भारत की यात्रा की.
इसके बाद दोनों देशों के बीच देश के प्रमुखों और विदेश मंत्रियों की परस्पर कूटनीतिक यात्राओं की एक श्रृंखला की शुरुआत हुई, जिससे कि आपसी संबंध दिनोंदिन मजबूत होते गए.
जेरुसलेम और नई दिल्ली के बीच भरोसेमंद गठबंधन स्थापित होने के बाद से सार्थक संयुक्त परियोजनाओं और उपक्रमों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. अब दोनों देशों के बीच की राजनयिक ऊर्जा इस साझेदारी को सृजनात्मक रूप से मजबूत करने पर केंद्रित कर रही है.
भारत और इजरायल के इस मजबूत संबंधों की यात्रा को उत्सव का रूप देने के लिए इजरायली दूतावास ने एक लोगो के रूप में अभिव्यक्ति दी है.
यह लोगो दोनों देशों के विगत वर्षों में बढ़े संबंधों का महत्व दिखाता है, साथ ही इसके उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है. यह वर्ष भारत और इजरायल के बीच व्यापार व वाणिज्य, शिक्षा और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में बढ़े परिदृश्यों का गवाह होगा.
अब वक्त है दोनों देशों के कलाकारों, शिक्षाविदों और उद्यमियों की सहभागिता से हम इस सिल्वर जुबली वर्ष को मिल-जुल कर सार्थक साझेदार के रूप में उत्सव में परिवर्तित कर दें.
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