क्या आप जानते हैं बजट से जुड़ी ये बातें?

सामान्यतः बजट (फ्रांसीसी भाषा के शब्द bougette से व्युत्पन्न) धन (राजस्व) के आय और उसके व्यय की सूची को कहते हैं. व्यष्टि अर्थशास्त्र (microeconomics) में बजट एक महत्वपूर्ण अवधारणा (कांसेप्ट) है.

बजट शब्द की उत्पत्ति लातिन शब्द बुल्गा से हुई इसका अर्थ था चमड़े का थैला. बुल्गा से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट की उत्पति हुई. जिसके बाद अंग्रेजी शब्द बोगेट अस्तित्व मेँ आया इससे बजट शब्द बना.

बजट किसी देश का हो सकता है; किसी संस्था का हो सकता है या व्यक्तिगत अथवा पारिवारिक बजट हो सकता है.

भारत में बजट पेश होने का इतिहास डेढ़ सौ साल से अधिक पुराना है. इतने वर्षों में बजट पेश किए जाने के समय से लेकर तौर तरीको में बड़े स्तर पर बदलाव हुआ. कई नई परंपराएं अस्तित्व मेँ आई और कई कीर्तिमान भी स्थापित हुए.

वर्तमान 2017 का बजट इतिहास में पहली बार बजाय फ़रवरी के अंतिम दिन पेश होने के, फ़रवरी 1 को ही लोकसभा के पटल पर नरेंद्र मोदी सरकार की अगुआई में वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली द्वारा लोकसभा के पटल पर रखा जाने वाला है, जिसके पीछे सोच यह है कि किसानों तक सही समय में ही मदद पहुंचाने के लिए सभी योजनाओं व विभागों को धन समय पर आवंटित हो और इसका लाभ किसानों के साथ-साथ देश की जीडीपी को पहुंचे.

आइये, भारत के बजट से जुड़े इतिहास पर भी नज़र डालते हैं..!

7 अप्रैल 1860 को देश का पहला बजट ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पेश किया था.

1924 से लेकर 1999 तक बजट फरवरी के अंतिम कार्यकारी दिन में शाम पांच बजे पेश किया जाता था यह प्रथा सर बेसिल ब्लैकैट ने 1924 में शुरु की थी इसके पीछे का कारण रात भर जागकर वित्तीय लेखा जोखा जोखा तैयार करने वाले अधिकारियोँ को आराम देना था 2000 में पहली बार यशवंत सिन्हा ने बजट सुबह 11 बजे पेश किया.

स्वतंत्रता के बाद देश का पहला बजट पहले वित्त मंत्री आरके षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1942 को पेश किया इसमें 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 के दौरान साढ़े सात महीनो को शामिल किया गया.

अंतरिम बजट
आरके षणमुखम चेट्टी ने 1948-49 के बजट मेँ पहली बार अंतरिम शब्द का प्रयोग किया तब से लघु अवधि के बजट के लिए इस शब्द का इस्तेमाल शुरु हुआ.

गणतंत्र भारत का पहला बजट

भारतीय गणतंत्र की स्थापना के बाद पहला बजट 28 फरवरी 1950 को जान मथाई ने पेश किया था इस बजट मेँ योजना आयोग की स्थापना का वर्णन किया था.

सीडी देशमुख वित्त मंत्री होने के साथ रिजर्व बैँक के पहले गवर्नर भी थे. उन्होने 1951-51 मेँ अंतरिम बजट पेश किया.1955-56 से बजट पेपर हिंदी में तैयार किए जाने लगे.

प्रधानमन्त्री द्वारा बजट पेश

1958-59 मेँ देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने बजट पेश किया उस समय वित्त मंत्रालय उनके पास था ऐसा करने वाले वे देश के पहले प्रधानमंत्री बने इंदिरा गांधी ने भी प्रधानमंत्री रहते बजट पेश किया अब तक बजट पेश करने वाली और वित्त मंत्री का पद संभालने वाली वे देश की इकलौती महिला है.

सर्वाधिक बजट पेश करने का रिकार्ड

मोराजी देसाई ने अब तक सर्वाधिक दस बार बजट पेश किया है छह बार वित्त मंत्री और चार बार उप प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होने ऐसा किया अपने जन्मदिन पर भी बजट पेश वाले भी वह एकमात्र मंत्री है.

हलवा खाने की रस्म

बजट छपने के लिए भेजे जाने से पहले वित्त मंत्रालय मे हलवा खाने की रस्म निभाई जाती है. इस रस्म के बाद बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के संबधित अधिकारी किसी के संपर्क मेँ नही रहते परिवार से दूर उन्हेँ वित्त मंत्रालय में ही रुकना पड़ता है.

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