मेनका गांधी ने साबित कर दिया कि वे भी गांधी-नेहरू की विरासत ही संभालेंगी भले कांग्रेस नहीं भाजपा में रहें.
मैडम को मकर संक्रांति और बकरा ईद एक जैसे लगते हैं, क्योंकि मकर संक्रांति के दिन देश भर में हिन्दू कल्चर के नाम पर जानवरों के साथ क्रूर खेल खेलते हैं. उन्हें दारू पिलाते हैं, पीटते हैं, लड़वाते हैं, जिससे कई बार उनकी मौत हो जाती है.
मैडम के मुताबिक़ हिन्दू पतंग उड़ाते हैं जिससे 3 लाख पक्षी हर साल मर जाते हैं. मैडम ये आंकड़े पता नहीं कहाँ से लाई हैं, शायद NDTV ज़्यादा देखती होंगी.
इनका लेख पढ़ने के बाद यही समझ आया कि बकरा ईद से सिर्फ हिन्दुओं को समस्या रहती है, जबकि वे खुद जानवरों के साथ क्रूरता बरतते हैं.
तो मैडम जैसा भड़ास फेंक लैटर आप मकर संक्रांति पर लिख लेती हैं, वैसा ही ईद के दिन लिखकर दिखाइयेगा.
एकाध लैटर माननीय कोर्ट को भी लिख भेजिए ताकि वो केवल जल्लीकट्टू को प्रतिबंधित ना करें, ईद में होती हत्याओं को भी बैन करें.
आंकड़ों सहित बताइएगा मैडम कि कितने लीगल बकरे कटे और कितने इल-लीगल गाय, भैंस, ऊँट, और अन्य जानवर काटे गए….
और हाँ आप ये लेख पढ़ेंगे तो ये भी समझ आएगा कि मैडम को ईद से ज़्यादा मकर संक्रान्ति से ही समस्या है क्योंकि हिन्दू अपने खेलों में पैसों का दांव भी लगाते हैं जबकि बेचारे मुस्लिम तो केवल परम्परा निभाते हैं.
मैडम बेटे को मुख्यमंत्री (उम्मीदवार) ना बनाये जाने से तो नहीं भड़क रहीं कहीं? कुछ भी हो सकता है जी राजनीति के इस स्तर में सब संभव है…