ममता का राज : बरक़ती उगल सकता है ज़हर, पर संघ प्रमुख की सभा को अनुमति नहीं!

कोलकाता. कोलकाता पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उस कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी जिसमें संघ प्रमुख मोहन राव भागवत को मुख्य वक्ता के तौर पर बोलना था. संघ ने कोलकाता में सम्मेलन के लिए दो स्थान सुझाते हुए अनुमति मांगी थी लेकिन पुलिस ने दोनों को ही नामंजूर कर दिया.

यहाँ यह बता देना उचित होगा कि यह वही पश्चिम बंगाल है जहाँ कुछ ही दिन पहले एक मौलाना ने ममता बनर्जी के एक सांसद की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘फ़तवा’ दिया था.

इस मौलाना ने कहा था कि नरेंद्र मोदी के सर और दाढी के बाल मूंड कर उनपर स्याही डाल देना चाहिए और ऐसा करने वाले को 25 लाख रूपए का इनाम दिया जाएगा.

सबसे घृणास्पद बात यह थी कि इस मौलाना के बयान पर ममता बनर्जी के मुसलमान सांसद ने जमकर तालियाँ बजाई थीं.

प्रधानमंत्री के खिलाफ फ़तवा देने वाला मौलाना नूर-उर-रहमान बरक़ती, साथ में ममता बनर्जी

इसी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को 14 जनवरी को महानगर में ‘हिंदू सम्मेलन’ करने की इजाजत नहीं दी है.

इस सम्मेलन में संघ प्रमुख मोहन भागवत को मुख्य वक्ता के तौर पर बोलना था. आरएसएस ने कोलकाता में सम्मेलन के लिए दो स्थान सुझाते हुए अनुमति मांगी थी लेकिन पुलिस ने सुरक्षा और जन व्यवस्था के नाम पर दोनों को ही नामंजूर कर दिया.

पहले आरएसएस ने खिद्दरपोर इलाके में भूकैलाश ग्राउंड्स पर सम्मेलन के आयोजन की अनुमति मांगी थी. पुलिस ने तब ‘भीड़ और भगदड़’ की संभावना जताते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया था. फिर आरएसएस की बंगाल यूनिट ने कोलकाता मैदान पर ब्रिगेड परेड ग्राउंड का नाम सम्मेलन के लिए सुझाया.

गुरुवार को कोलकाता पुलिस ने इस स्थान पर भी सम्मेलन की अनुमति देने से इनकार कर दिया. पुलिस के मुताबिक इस क्षेत्र में गंगासागर मेले के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं, इसलिए यहां सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं दी जा सकती.

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना पहले ही ब्रिगेड ग्राउंड पर आरएसएस के प्रस्तावित कार्यक्रम को हरी झंडी दिखा चुकी है. ये क्षेत्र सीधे रक्षा मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है. आरएसएस 10 जनवरी को सेना के बंगाल एरिया हेडक्वार्टर से अनापत्ति पत्र (एनओसी) ले चुका है.

आरएसएस के बंगाल प्रमुख बिद्युत मुखर्जी ने कहा कि हम 1939 से कोलकाता में काम कर रहे हैं, लेकिन कभी प्रशासन की तरफ से ऐसा दुश्मनी भरा रवैया नहीं देखा. पहले हमने भूकैलाश मैदान के बारे में पूछा था, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया. इसके बाद हमने ब्रिगेड परेड ग्राउंड की इजाजत मांगी तो उसके लिए भी इनकार कर दिया गया.

कोलकाता पुलिस द्वारा अनुमति नहीं मिलने पर आरएसएस ने एक बार फिर हाइकोर्ट जाने का फैसला किया है. शुक्रवार को कोर्ट में याचिका दायर की जायेगी.

आरएसएस की पश्चिम बंगाल यूनिट के महासचिव जिश्नु बोस ने कहा कि कोलकाता पुलिस के इस फैसले के खिलाफ शुक्रवार को हाइकोर्ट में याचिका दायर की जायेगी.

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