नई दिल्ली. टीसीएस के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रहे नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. वह अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा की जगह लेंगे. वह 21 फरवरी, 2017 से जिम्मेदारी संभालेंगे.
एन. चंद्रशेखरन ने इंटर्न के तौर पर 1987 में कंपनी जॉइन की थी. 25 अक्टूबर, 2016 को उन्हें कंपनी के बोर्ड में डायरेक्टर नियुक्त किया गया था.
पिछले साल 24 अक्टूबर को समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद से ही 150 साल पुराने इस ग्रुप के नियमित चैयरमैन की तलाश जारी थी, जो चंद्रशेखरन के तौर पर पूरी हुई है.
चंद्रशेखरन के सामने चुनौती है टाटा ग्रुप के कारोबार और साख को संभालना जो कानूनी मुकदमों में उलझा है. उनसे पहले रतन टाटा ने 21 साल में ग्रुप का कारोबार 57 गुना बढ़ाया था.
पिछले चेयरमैन साइरस मिस्त्री चार साल में यह कारोबार दोगुना बढ़ा पाए. वहीं, चंद्रशेखर का रिकॉर्ड टीसीएस में अच्छा रहा है. उन्होंने छह साल में कंपनी की कमाई तीन गुना बढ़ाई है.
टाटा संस के चेयरमैन पद से सायरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद पेप्सिको इंक की हेड इंद्रा नूयी, वोडाफोन ग्रुप के फॉर्मर हेड अरुण सरीन और टाटा ग्रुप की रिटेल यूनिट के चेयरमैन नोएल टाटा जैसे दिग्गजों के भी इस पद पर आने के कयास लग रहे थे.
इसके अलावा टीसीएस के ही पूर्व सीईओ एस रामादोराई और जगुआर लैंड रोवर के बॉस राल्फ स्पेथ के नाम भी इस दौड़ में शामिल बताए जा रहे थे. लेकिन, अंत में समूह की आतंरिक व्यवस्था में शामिल व्यक्ति को ही कमान सौंपने का फैसला लिया गया.
सूत्रों के मुताबिक 54 वर्षीय रतन टाटा को यहां आयोजित टाटा संस की बोर्ड मीटिंग में चेयरमैन नियुक्त करने का फैसला लिया गया. इस चयन की सिफारिश पांच सदस्यीय सर्च कमिटी ने की थी.
इस कमिटी में रतन टाटा, टीवीएस ग्रुप के हेड वेणु श्रीनिवासन, बेन कैपिटल के अमित चंद्रा, पूर्व राजनयिक रोनेन सेन और लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल थे.