काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में संसद के निकट मंगलवार को हुए दो बम धमाकों में 30 लोग मारे गए और 70 अन्य घायल हो गए हैं.
हमले के तुरंत बाद तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ली. ये धमाके उस वक्त हुए जब कर्मचारी संसद परिसर से बाहर निकल रहे थे.
ये आत्मघाती हमला अफगानिस्तान की संसद की करीब हुआ. अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने बताया कि एक धमाका कार के जरिए किया गया लगता है.
हमले में घायल हुए एक सुरक्षा गार्ड ने बताया कि पहला धमाका संसद के बाहर हुआ. इसमें कई कर्मचारी मारे गए और घायल हो गए. यह विस्फोट एक आत्मघाती हमलावर ने किया.
गार्ड के मुताबिक़ दूसरा कार बम विस्फोट था. यह कार सड़क किनारे खड़ी थी और उसे डेटोनेटर से उड़ाया गया.
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि विस्फोटों में 21 लोग मारे गए और 45 अन्य घायल हो गए. मारे गए लोगों में अधिकांश आम नागरिक हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि करीब 70 लोग घायल हुए हैं जिनको अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान की मुख्य खुफिया एजेंसी के एक वाहन को निशाना बनाकर ये विस्फोट किए गए थे.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल हमले की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत हमेशा अफगानिस्तान के साथ है.