लखनऊ. समाजवादी पार्टी टूट के करीब पहुँचती नज़र आ रही है. पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव द्वारा जारी सवा तीन सौ उम्मीदवारों की सूची में अपने समर्थकों की टिकट काटने से नाराज़ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने नाराज समर्थकों को अलग से चुनाव लड़ने को कहा है.
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गुरुवार सुबह समर्थक मंत्रियों और विधायकों के साथ हुई बैठक के बाद अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव से मुलाक़ात की और अपने समर्थक उम्मीदवारों की सूची उन्हें सौंपी. इसके बाद अखिलेश और मुलायम के बीच लगातार बातचीत चलती रही. अखिलेश ने मुलायम से पूछा कि किस सर्वे में गोप, रामगोविंद चौधरी, पवन पांडे हारते दिखाई दे रहे हैं?
अब खबर ये आ रही है कि अलग बीच का रास्ता नहीं निकलने पर अखिलेश ने अपनों समर्थकों को अलग से चुनावी मैदान में उतरने का कहा है. यही नहीं, अखिलेश जल्द ही अपने समर्थक 167 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने वाले हैं. बताया जा रहा कि ये सभी उम्मीदवार साइकिल पर नहीं बल्कि अलग चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे.
ये सभी प्रत्याशी सपा प्रत्याशियों के खिलाफ ही मैदान में उतरेंगे. हालांकि सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद शाहिद ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि पार्टी में कोई टूट नहीं हुई है. ना ही ऐसी कोई लिस्ट जारी हुई है.
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने दावा किया कि प्रत्याशी बदलना एक सामान्य प्रक्रिया है. ऐसा होता रहता है. पार्टी में कोई घमासान नहीं नहीं है. जिन लोगों के टिकट कटे हैं, उनको भी भविष्य में चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा.
इससे पहले अपने समर्थकों का टिकट काटे जाने से नाराज अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह से टिकट काटे जाने का आधार पूछा है. अखिलेश ने साथ ही अपने समर्थकों को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा.
अखिलेश यादव दोपहर से मंत्री और विधायकों के साथ बैठक कर रहे थे जो शाम तक चली. अखिलेश ने एक-एक मंत्री और विधायकों की बात सुनी. इन समर्थकों ने कहा कि मुलायम हमारे आदर्श हैं पर प्रदेश की जनता को अखिलेश की जरूरत है. उनके खिलाफ साजिश की जा रही है.