माल्टा एयरपोर्ट पर लीबिया के आतंकियों का आत्मसमर्पण, सभी विमान यात्री सुरक्षित रिहा

वलेटा. माल्टा में शरण लेने के लिए लीबिया के यात्री विमान को अगवा करने वाले दोनों आतंकवादियों को गिरफ्तार कर सभी यात्रियों को सुरक्षित रिहा करवा लिया गया है.

माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट ने सभी यात्रियों के सुरक्षित होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आतंकियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

इससे पहले लीबियाई शहर सबा के मेयर कर्नल हामिद अल-खयाली ने आतंकियों द्वारा माल्टा में शरण लेने के लिए विमान को अगवा करने का अंदेशा जताया था.

लीबिया के विदेश मंत्री ताहिर सियाला ने भी कहा कि दोनों अपहरणकर्ता मृत तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के समर्थक हैं और उन्होंने माल्टा में राजनीतिक शरण मांगा थी. हालांकि, अभी तक आतंकियों की मांग के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है.

विमान ने शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम लीबिया के सबा से भारतीय समय के अनुसार दोपहर बाद 1.40 बजे त्रिपोली के लिए उड़ान भरी थी.

अफ्रीकिया एयरवेज के विमान एयरबस ए-320 में चालक दल के सात सदस्यों समेत कुल 118 यात्री सवार थे. इनमें दो आतंकी भी शामिल थे. अगवा करने वाले दोनों आतंकियों को समर्पण करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.

हैंडग्रेनेड के साथ विमान में सवार होने में सफल दोनों आतंकियों ने विमान को अगवा कर त्रिपोली के बजाय यूरोपीय देश माल्टा के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड कराया.

शुरुआत में आतंकियों ने मांग पूरी नहीं होने पर विमान उड़ाने की धमकी दी थी. माल्टा के सुरक्षाबलों ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान को घेर लिया था.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने गद्दाफी के समर्थन में नई पार्टी बनाने और उसका प्रचार करने के लिए विमान अगवा करने की बात कही है. एक आतंकी को गद्दाफी के समय का झंडा भी फहराते हुए देखा गया. विद्रोह भड़कने के बाद लीबियाई तानाशाह को 2011 में मार दिया गया था.

माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट ने ट्विटर पर लिखा, ‘चालक दल के आखिरी सदस्य विमान से अपहरणकर्ताओं के साथ बाहर निकल रहे हैं.’ कुछ देर बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया, ‘अपहरणकर्ताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया जिसके बाद उनकी तलाशी ली गयी और फिर उन्हें हिरासत में ले लिया गया.’

उन्होंने कहा कि अपहरणकर्ता कज्जाफी समर्थक राजनीतिक दल की स्थापना करना चाहते थे. माल्टा में विमान दिन में 11 बजकर 32 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार दस बजकर 32 मिनट) उतरा.

हवाईअड्डे के टरमैक पर एक घंटे से ज्यादा समय तक खड़ा रहने के बाद एयरबस ए320 का दरवाजा खुला और सीढ़ियों से महिलाओं एवं बच्चों का पहला समूह उतरते दिखा.

गहन बातचीत करने के साथ इसके कुछ मिनट बाद दर्जनों और यात्रियों को रिहा कर दिया गया. माल्टा सरकार के अनुसार देश की सेना के प्रमुख ने बातचीत का नेतृत्व किया.

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