वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के तहत सोमवार को हुई इलेक्टोरल कॉलेज की वोटिंग में भी डॉनल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
ट्रंप को आधिकारिक जीत के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के जरूरी 270 वोट मिल गए हैं. इसके साथ ही ट्रंप के ह्वाइट हाउस जाने का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है.
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन से जीतने के 6 सप्ताह बाद ट्रंप को इलेक्टोरल कॉलेज के 538 वोटों में से 270 वोटों की जरूरत थी.
अब ट्रंप 20 जनवरी को बराक ओबामा की जगह लेंगे. नतीजे सामने आते ही नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी.
पेंस ने लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप को बधाई, उन्हें इलेक्टोरल कॉलेज ने आधिकारिक रूप से अमेरिका का राष्ट्रपति घोषित कर दिया है.’
सामान्य परिस्थितियों में इलेक्टोरल कॉलेज वोट पर बेहद कम निगाह रहती हैं, क्योंकि इसे महज औपचारिकता माना जाता है, लेकिन यह चुनाव का महत्वपूर्ण हिस्सा है.
जब 8 नवंबर को अमेरिकी जनता ने अपना वोट डाला था, तो वह प्रत्यक्ष रूप से अपने राष्ट्रपति का चुनाव नहीं कर रहे थे, बल्कि वह सिर्फ 538 इलेक्टर्स को चुन रहे थे जो कि उनके लिए राष्ट्रपति का चुनाव करते.
अमेरिका में राज्यों के मतदाता इलेक्टर चुनते हैं, जो राष्ट्रपति पद के किसी न किसी उम्मीदवार का समर्थक होता है.
ये इलेक्टर एक ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ बनाते हैं, जिसमें कुल 538 सदस्य होते हैं. चुनाव की आखिरी प्रक्रिया में ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ राष्ट्रपति पद के लिए मतदान करता है.
इलेक्टोरल कॉलेज में चुने गए 538 इलेक्टर्स वोटिंग करते हैं. ये वोट हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की 438 और सीनेट की 100 सीटों के बराबर होते हैं.
किस राज्य में कितने इलेक्टर्स होंगे, यह वहां की जनसंख्या से तय होता है. सबसे ज्यादा कैलिफोर्निया में 55, टेक्सास में 38 और फ्लोरिडा में 29 इलेक्टर्स हैं.
अब इसके बाद 6 जनवरी को कांग्रेस का ज्वाइंट सेशन बुलाया जाएगा. यहां इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती होगी.
इसी दिन राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति की जीत की आधिकारिक घोषणा की जाएगी. 20 जनवरी को ट्रम्प राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.