रहिमन कभी ना राखिये, काला धन छुपाए, जाने कब मोदी बब्बा, सर्जिकल कर जाये…

यूं तो आज अरबी, तुर्की, फ़ारसी, संस्कृत और हिन्दी के विद्वान प्रसिद्ध कवि रहीम का जन्मदिवस है. यदि आज वो जीवित होते तो नोट बंदी पर किस तरह से दोहे बनाते उसका उदाहरण देते हुए सोशल मीडिया पर यह दोहे वायरल हो रहे हैं.

रहिमन कभी ना राखिये, काला धन छुपाए,
जाने कब मोदी बब्बा, सर्जिकल कर जाये…

हरे लाल सब नोट को, जोड़त बने अमीर,
एक रात में हो गए, राजा रंक फ़कीर…

नोटन की बोरी भरी, दिया कभी ना टैक्स,
रोते आज दहाड़ कर, कैसे करें रिलैक्स…

ब्लेक मनी की चाह में, भूल गए दिन रात,
एक चाल में मिल गयी, उनको शय और मात…

मेहनत का ही जोड़िये, कहे लक्ष्मीनारायण
समझ गए सो ठीक है, वरना नारायण नारायण..

– whatsapp से

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