पटना. राजद के वरिष्ठ नेता और लालू प्रसाद यादव के नज़दीकी पूर्व सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह की बयानबाज़ी के चलते बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार और चौड़ी हो गई है.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने पहले एक बयान में कहा कि नितीश कुमार की भाजपा से बढ़ रही दोस्ती पर किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार को लेकर दिये गये इस बयान के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन में बवाल मच गया.
इसके बाद भी रघुवंश थमे नहीं और उन्होंने एक और हमला करते हुए कहा है कि नोटबंदी पर नितीश कुमार का अलग स्टैंड लेना कौन से गठबंधन धर्म का पालन है.
उल्लेखनीय है कि तमाम विपक्षी दलों के साथ लालू यादव भी नोटबंदी के खिलाफ हैं, वहीं नितीश ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी की साहसिक पहल बताते हुए, इसका समर्थन किया है.
पटना में मीडिया से बात करते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह ने पूछा कि नोटबंदी पर अलग स्टैंड लेना कौन सा गठबंधन धर्म हैं.
उन्होंने कहा कि नितीश कुमार मुझे गाली दिलवा रहे हैं. नोटबंदी के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी. नोटबंदी पर यू टर्न लेने वाले सफाई दें.
रघुवंश प्रसाद सिंह के इस बयान के बाद जदयू ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से उन पर कार्रवाई करने की मांग की है.
रघुवंश के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि रघुवंश महागठबंधन को तोड़ना चाहते हैं.
संजय सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू बताएं, क्या लालू जी के कहने पर वो गाली (निंदा) देते हैं. लालू-नीतीश दोनों महागठबंधन के नेता हैं.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने यह कहा था कि रघुवंश मानसिक रूप से बीमार हो गये हैं. वे पॉलिटिकल कोमा में चले गये हैं.
उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह लगातार जदयू नेता के खिलाफ बोलते रहते हैं. राजद सुप्रीमो उन्हें बोलने से रोके या फिर पार्टी से निकालें.