नई दिल्ली. पुराने 500 और 1000 रूपए के नोट के विमुद्रीकरण के बाद कुछ सेवाओं के लिए इन्हें इस्तेमाल किए जाने की छूट दी गई थी.
इनमें से 1000 रूपए के नोट पर से यह छूट बीती 24 नवंबर को ख़त्म कर दी गई और 15 दिसंबर की मध्यरात्रि से 500 रूपए के नोट का भी प्रचलन बंद किया जा रहा है.
विमुद्रीकरण के लगभग सवा महीने बाद भी यदि किसी के पास पुराने नोट हैं तो अब इन्हें सिर्फ बैंकों में ही जमा किया जा सकेगा.
बिजली बिल या दवा खरीदने के लिये 500 रुपये के पुराने नोट गुरुवार मध्यरात्रि तक ही उपयोग किया जा सकता है. सरकार ने 15 दिसंबर के बाद इसके लिये समयसीमा नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
साथ ही पुराने नोट से मोबाइल रिचार्ज सुविधा भी उपलब्ध नहीं होगी. हालांकि लोग पुराने 500 रुपये के नोट बैंक खातों में जमा कर सकते हैं.
अभी तक 500 रुपए का पुराना नोट दवा की दुकानों और जन-उपयोगी सेवाओं भुगतान करने के लिए मान्य है.
इसके अलावा, 500 का पुराना नोट सरकारी पेट्रोल पंप, सरकारी बसों, मेडिकल स्टोर, श्मशान घाट, बिजली का बिल जमा करने में, सहकारी स्टोर, एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन पर टिकट और पास बनाने के लिए इस्तेमाल हो रहा है.
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास के अनुसार, पुराने 500 रुपये के नोट के उपयोग को लेकर मिली छूट 15 दिसंबर की मध्यरात्रि से समाप्त हो जाएगी.
इसका मतलब है कि पुराने 500 रुपये के नोट दवा की दुकानों तथा बिजली बिल और पानी बिल आदि जैसे जनउपयोगी सेवाओं के भुगतान में नहीं किये जा सकेंगे.
सरकार पहले ही रेलवे या विमान टिकटों तथा पेट्रोल पंपों पर भुगतान एवं टोल प्लाजा पर पुराने 500 रुपये के भुगतान की छूट को वापस ले लिया है.
सरकार ने 500 रुपये के पुराने नोट के इस्तेमाल की 15 दिसंबर तक छूट दे रखी थी और 15 दिसंबर के बाद यह नोट 30 दिसंबर तक किसी भी बैंक में जाकर जमा करवा सकते हैं.
30 दिसंबर के बाद 500 और 1000 का पुराना नोट केवल रिजर्व बैंक में ही जमा होगा.