कॉलेज-यूनिवर्सिटी कन्वर्शन के अड्डे और साहित्य-कला के मठ ‘इनके’ पूजा स्थल

पुरानी हिंदी फ़िल्में अगर आपने देखी होंगी तो उनमें अक्सर एक स्मगलर होता था. हीरो या हीरोइन उसके जाल में फंसे होते थे और वो उन्हें अपना कोई ‘माल’ लाने भेजता था.

ऐसे में वो कोई आधा फटा नोट या कोई कोड बताता था जिसके जरिये ‘माल’ लाने वाले को पहचानना होता था.

किसी भी चीज़ को आप पहचानते कैसे हैं? उसके लक्षणों से पहचानते हैं. जैसे अगर मुझसे कभी नहीं मिले और पहली बार मुलाकात हो तो आप भीड़ में देखकर अंदाजा लगाएंगे कि दुबला पतला सा, करीब पांच फुट नौ इंच लम्बा, सांवला, उड़ते हुए बालों वाला कोई आदमी ही आनंद होगा.

Religion का मामला भी ऐसा ही है. उसे भी लक्षणों से पहचानते हैं. Religion के लक्षण का ABC होता है, Assure, Belief, Convert!

Assure का मतलब होता है भरोसा दिलाना, religion ये भरोसा दिलाता है कि एक उसी का अनुगमन करने से आप उच्चतम आदर्शों को पा सकेंगे. Assure मुक्ति का वादा है.

Belief का मतलब है विश्वास या श्रद्धा कहिये, यहाँ ये भरोसा दिलाया जाता है कि एक वही religion सच्चा है, बाकि सब झूठे हैं! एक पक्के मत में विश्वास रखना Believe करना होगा.

Convert का मतलब तो आप जानते ही हैं. अज्ञानियों को अपने religion में लाना उन्हें convert करना है.

इन तीनों लक्षणों के आधार पर देखेंगे तो हिन्दुओं का धर्म खरा नहीं उतरता. हिन्दुओं का धर्म मानना मुक्ति का वादा नहीं है.

धार्मिक व्यक्ति की मुक्ति भी उसके कर्मों पर निर्भर है, सिर्फ धर्म से काम नहीं चलेगा, कर्म भी सहयोगी होने चाहिए.

हम एक पक्के मत में भी विश्वास नहीं रखते हैं (हमारे पास द्वैत भी है, अद्वैत भी है, इसके अलावा द्वैताद्वैत, विशिष्टाद्वैत जैसे और भी मत हैं).

धर्म परिवर्तन कर के हिन्दुओं में शामिल होने के लिए भी हम लोग कोई अभियान नहीं चलाते, जिसे आना हो वो अपनी स्वेछा से आ सकता है, लोभ या भय के जरिये हम लोग लोगों को परिवर्तित नहीं करते.

इसलिए जब धर्म का मतलब लोग religion कहते हैं तो हम कहते हैं ऐसा नहीं है. religion के लक्षण कहीं से भी धर्म पर लागू नहीं होते. दोनों दो अलग-अलग चीज़ें हैं.

मगर जब Religion के ABC पर आप गौर करेंगे तो आप को एक अनोखी सी चीज़ दिखाई देगी.

यह एक ऐसा Religion है जो कि सारे लक्षण तो Religion वाले दिखाता है लेकिन खुद को religion ही नहीं मानता!

विश्व भर में इस religion के कई अनुयायी भी हैं, इनकी अपनी आंतरिक जाति व्यवस्था भी है.

(Assure) वो खुद को शोषितों की ‘मुक्ति का मार्ग’ घोषित करता है! (Believe) वो एक ख़ास ‘विचारधारा’ में यकीन रखता है. (Convert) वो सभी को अन्य झूठे religions को छोड़कर अपनी शरण में लाने में भी लगा रहता है!

कॉलेज और विश्वविद्यालय इसके कन्वर्शन के अड्डे हैं. साहित्य और कला के मठ इनके पूजा स्थल जैसे हैं.

इन लक्षणों को देखें तो Communism एक शुद्ध Religion है. इसे Religion ना मानने के कोई कारण, कोई लक्षण कभी किसी ने देखे हैं क्या?

Comments

comments

LEAVE A REPLY