नई दिल्ली. नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष के रवैये पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों को मौका नहीं मिला इसलिए वे नाराजगी जता रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी 26 नवंबर को मनाए जाने वाले संविधान दिवस के उपलक्ष्य में किए गए कार्यक्रम में बोल रहे थे.
प्रधानमंत्री ने संसद में संविधान दिवस पर दो नई पुस्तकों का विमोचन किया.
उन्होंने कहा, हर किसी को अपने पैसे के उपयोग का हक है. आम आदमी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया बदल रही है, फिलहाल पैसा भौतिक रूप से मौजूद है लेकिन कैशलेस ईकोनॉमी की तरफ बढ़ने की जरूरत है.
विपक्ष को निशाना पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं उन्हें सरकार की तैयारियों से समस्या नहीं है, बल्कि समस्या इस बात की है कि उन्हें संभलने का मौका नहीं मिल पाया.
प्रधानमंत्री ने कहा, पूरा देश काले धन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. देश के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं. इस फैसले पर भ्रष्टाचारी नाराजगी जता रहे हैं क्योंकि उन्हें तैयारी का मौका नहीं मिला.
संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बड़े गर्व से मनाते हैं लेकिन बिना 26 नवंबर के 26 जनवरी अधूरी है.
उन्होंने कहा, यह जरूरी है कि हम संविधान के विभिन्न आर्टिकल्स की जानकारी रखने की बजाय उसकी भावना से जुड़े सिर्फ.
उन्होंने कहा, हमारे जीवन में हमारे संविधान का विशेष महत्व है. हम जब भी संविधान को याद करते हैं तो डॉ. अंबेडकर को भी याद करते हैं.
युवाओं की भागीदारी को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है और युवाओं में इसके प्रति जागरूकता हो.