पटना. पटना साहिब से भाजपा के सांसद और अभिनेता सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के नोटबंदी को लेकर कराए गए सर्वे पर सवाल उठाने वाले ट्वीट पर पार्टी ने तेवर कड़े कर लिए है.
बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय ने उन्हें कांग्रेस में चले जाने की सलाह दी है तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने समय पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं.
प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने शत्रुघ्न के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा है कि शत्रुघ्न सिन्हा परोक्ष रूप से कांग्रेस का समर्थन करते हैं. भ्रष्टाचारियों और कालाधन वालों से बहुत प्रेम है तो वे कांग्रेस में ही चले जाएं.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम कुमार ने शत्रुघ्न सिन्हा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए.
प्रेम कुमार ने कहा, वे लगातार अपने बयानों से पार्टी का अहित करते रहे हैं. यह बात आलाकमान के संज्ञान में है. उचित समय आने पर पार्टी कार्रवाई करेगी.
उल्लेखनीय है कि कभी बिहार के मुख्यमंत्री पद का सपना पाले बैठे शत्रुघ्न पार्टी में अडवानी युग के अवसान के बाद से उपेक्षित पड़े हैं.
पिछले आम चुनाव में उन्हें टिकट भी बहुत जद्दोजहद के बाद मिली थी. इसके बाद से केंद्रीय नेतृत्व से खुन्नस खाए शत्रुघ्न अकसर विपक्ष की भाषा बोलकर पार्टी को मुश्किल में डालने की कोशिश करते हैं.
हालांकि उनकी अ-गंभीर छवि और बड़बोलेपन के कारण कोई उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता.
दो दिन पहले शत्रुघ्न ने नोटबंदी के खिलाफ ट्वीटर पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कालेधन पर लगाम लगाने के लिए उठाए गए कदम की जमकर आलोचना की थी.
नोटबंदी को लेकर कराए गए सर्वे पर सवाल उठाते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीटर पर लिखा कि अब हमें मूर्खों की इस दुनिया से बाहर आना चाहिए. कालेधन के लिए उठाया गया यह कदम महज निहित स्वार्थ के लिए है और इसपर गहराई से सोचने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि इसके बारे में पहले सरकार को सोचना चाहिए था कि इससे जनता को कितनी परेशानी होगी.
शत्रुघ्न ने अपने ट्वीट में लिखा कि लोग एटीएम और बैंकों के बाहर कामकाज छोड़कर लाइन में लगे हैं, ये कौन सा काला धन पर लगाम लगाकर बड़ी उपलब्धि हासिल करने की बात है.
उन्होने अगले ट्वीट में लिखा कि सरकार को सोचना चाहिए कि इससे गरीब, पीड़ित और महिलाओं को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने बिना कुछ सोचे-समझे अचानक यह फैसला ले लिया जो गलत है.
शत्रु ने आगे लिखा कि हमारी माताओं और बहनों ने अपनी मेहनत से अपना एक-एक पैसा इकट्ठा कर उसे आपात स्थिति के लिए बचाकर रखा था क्या वह कालाधन है?
उन्होंने लिखा कि उनका दर्द कौन समझेगा? आपात स्थिति के लिए मां- बहनों की कई वर्षों से नेकनीयत वाली बचत की गई राशि काला धन कैसे हो सकती है?
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा के शत्रु हो सकते हैं, हमारे तो मित्र हैं.