संगीत संध्या : पूरब की माटी से सीमा की माटी तक

पूरब की माटी से सीमा की माटी तक
पूरब की माटी से सीमा की माटी तक

देश की सेना और शहीदों को समर्पित “पूरब की माटी से सीमा की माटी तक” एक लोक संगीत संध्या आदरणीया पद्मश्री गायिका मालिनी अवस्थी के साथ को, महर्षि देवरहवा बाबा की साधनाभूमि और बाबा राघवदास की कर्मभूमि पूर्वांचल की जमीन से.. सुदूर दुर्गम सीमांचल पर तैनात वीर सैनिकों की जमीन तक, एक लोक संगीत के माध्यम से अभिनंदन, नमन संदेश के रूप में आप सभी के बीच रखने का अपार सुख है.

हमें आपको यह भी बताते हुए ख़ुशी है कि यह लोक संगीत संध्या देश की सेना राहत कोष में अपने इष्ट-मित्रों, शुभचिंतकों के माध्यम और सहयोग से एकत्रित राशि भी जमा कराने जा रही है.

कार्यक्रम निःशुल्क है, प्रवेश हेतु कोई पास, सुविधापत्र, शुल्क पत्र आदि व्यवहार में नहीं है.

आप सभी का सादर आमंत्रण है इस कार्यक्रम में.

तारीख : 27 नवंबर 2016
समय : 6.30 शाम से 9.30 बजे तक
स्थान : राजकीय इंटर कालेज (जीआईसी) देवरिया

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