टोक्यो. जापान में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इसकी शुरुआती तीव्रता 7.3 थी, जो बाद में कम होकर 6.9 हो गई.
भूकंप का केंद्र फुकुशिमा के पास जमीन के 10 किमी नीचे था. जापान की मौसम एजेंसी ने इसकी पुष्टि करते हुए नॉर्थ पेसिफिक कोस्टल एरिया में सुनामी की चेतावनी जारी की.
इसके बाद सूनामी की 1 मीटर ऊंची लहरें भी जापान के तट से टकराईं. सूनामी वहां के स्थानीय समय 6.38 बजे सुबह आई.
अभी किसी तरह के नुकसान या लोगों के घायल होने की खबर नहीं है. टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी फुकुशिमा स्थित अपने न्यूक्लियर प्लांट्स की जांच कर रही है.
तोहोकु इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने बताया कि इसके ओनागावा न्यूक्लियर प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर ने बताया कि फुकुशिमा न्युक्लियर प्लांट के पास जापान के तट से एक मीटर ऊंची सूनामी की लहरें टकराईं.
टेलिविजन फुटेज में फुकुशिमा बंदरगाह से जहाजों को दूर जाते हुए देखा गया था क्योंकि फुकुशिमा में 10 फीट ऊंची सूनामी की लहरों को उठने की चेतावनी जारी की गई है.
मार्च 2011 के भूकंप और सूनामी में फुकुशिमा स्थित तेपको दाइचि न्यूक्लियर प्लांट तबाह हो गया था.
वैसे तो जापान में भूकंप आना सामान्य है. दुनिया में 6 या उससे ज्यादा तीव्रता के जितने भूकंप आते हैं, उनमें से 20 फीसदी अकेले जापान में आते हैं. लेकिन 11 मार्च, 2011 को जापान में 9 तीव्रता का भूकंप आया था.
उसके बाद भयंकर सूनामी के कारण चर्नोबिल के बाद दुनिया की सबसे खतरनाक न्यक्लियर संकट का सामना करना पड़ा था.