लोकसभा और विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के लिए हुए उपचुनावों के परिणाम मंगलवार को घोषित हो गए.
पहले अवनीश बाजपेयी की टिप्पणी :
मध्यप्रदेश के सभी परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे.
असम के सभी परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे.
त्रिपुरा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को पीछे धकेल, भाजपा ने दूसरे स्थान पर जगह बनाई.
बंगाल में सभी सीटें तृणमूल कांग्रेस ने जीती पर भाजपा ने कूचबिहार लोकसभा सीट पर वाममोर्चा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दूसरा स्थान प्राप्त किया.
पुदुच्चेरी के कांग्रेसी मुख्यमंत्री ने अपनी सीट बचा ली है और इस जीत का श्रेय आलाकमान को दिया है.
नई दिल्ली. मध्यप्रदेश में भाजपा ने शहडोल लोकसभा और नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को हराकर इन क्षेत्रों पर अपना कब्जा बरकरार रखा है.
शहडोल लोकसभा (एसटी) उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्ञान सिंह ने कांग्रेस की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को 60,000 से अधिक मतों के अंतर पराजित किया.
उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्ञान सिंह को 4,81,398 मत मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को कुल 4,21,015 मत हासिल हुए.
इसके साथ ही नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मंजू दादू ने कांग्रेस के अंतर सिंह बद्रे को 42,198 मतों से पराजित किया. यहां भाजपा उम्मीदवार को 99,626 मत तथा कांग्रेस प्रत्याशी को 57,428 मत मिले.
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक, जिसकी प्रमुख जयललिता दो महीने से अस्पताल में हैं, ने तंजौर और तिरूप्परनकुंद्रम विधानसभा सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखा जबकि अर्वाक्कुरिची विधानसभा सीट द्रमुक से छीन ली.
इन तीनों सीटों पर अन्नाद्रमुक ने 20,000 से लेकर 42,000 वोटों तक के अंतर से जीत हासिल की.
त्रिपुरा में सत्ताधारी माकपा ने कांग्रेस से बरजाला (अनुसूचित जाति) सीट छीनी और खोवाई सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने नेल्लीथोपे विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में जीत हासिल की. उन्होंने अन्नाद्रमुक उम्मीदवार ओम शक्ति सेगर को 11,144 वोटों से हराया.
भाजपा नेता और पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के उम्मीदवार दसांगलु पुल ने अरुणाचल प्रदेश की हयुलियांग विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में जीत हासिल की. उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार योम्पी क्री को 942 वोटों से हराकर जीत हासिल की.
पुल पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल की तीसरी पत्नी हैं. कलिखो पुल की कथित खुदकुशी के कारण इस सीट पर उप-चुनाव कराए गए.
असम की लखीमपुर लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में भाजपा उम्मीदवार प्रदान बरूआ ने कांग्रेस उम्मीदवार हेमा प्रसांगा पेगू को 1,90,219 वोटों से हराया.
भाजपा उम्मीदवार मानसिंह रोंगपी ने बैठालांगसो विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की. वह पहले कांग्रेस के टिकट पर जीते थे, लेकिन जुलाई में भाजपा में शामिल होने की खातिर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
रोंगपी ने कांग्रेस उम्मीदवार और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रूपोसिंह रोंगहांग को 16,600 वोटों से हराया.
त्रिपुरा में माकपा उम्मीदवार झुमु सरकार ने भाजपा उम्मीदवार और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिष्टमोहन दास को बरजाला (अनुसूचित जाति) विधानसभा सीट पर 3,374 वोटों से मात दी.
पिछले जून महीने में कांग्रेस विधायक जितेंद्र सरकार के इस्तीफे के कारण इस सीट पर उप-चुनाव कराना पड़ा. कांग्रेस को महज 804 वोट मिले जबकि तृणमूल कांग्रेस को 5,629 वोट मिले.
खोवई विधानसभा सीट पर माकपा उम्मीदवार विश्वजीत दत्ता ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार मनोज दास को 16,047 वोटों से हराया. माकपा विधायक समीर देव सरकार के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी.
तमिलनाडु की अर्वाकुरिची और तंजौर सीट पर चुनाव इसलिए कराए गए क्योंकि मई में हुए राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान कथित भ्रष्ट गतिविधियों के कारण इन सीटों पर चुनाव रद्द कर दिए गए थे.
तिरूपरनकुंद्रम में उप-चुनाव कराया गया. यह सीट अन्नाद्रमुक सदस्य की मृत्यु के कारण खाली हुई थी.
पश्चिम बंगाल की तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार दिव्येंदु अधिकारी ने जीत हासिल की. दिव्येंदु ने अपनी सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी और माकपा उम्मीदवार मंदिरा पांडा को 4.97 लाख वोटों से हराया.
कूचबिहार लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में भी तृणमूल उम्मीदवार पार्थप्रतिम रॉय को जीत मिली.
उन्होंने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और भाजपा उम्मीदवार हेमचंद्र बर्मन को 4.9 लाख वोटों से हराया. इस सीट पर वाम मोर्चा में साझेदार फॉरवर्ड ब्लॉक का उम्मीदवार तीसरे पायदान पर रहा.
मोंटेश्वर विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सैकत पांजा को बड़ी जीत हासिल हुई. उन्होंने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और माकपा उम्मीदवार मोहम्मद उस्मान गनी सरकार को 1,27,127 वोटों से हराया.